जलडेगा: प्रखण्ड के विलियम चौक में 26-27 मार्च को लगने वाले शहीद काॅमरेड विलियम लुगुन स्मृति वार्षिक मेला का शुभारंभ किया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर झारखंड की आयरन लेडी , सामाजिकता कार्यकर्ता, संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सम्मानित झारखंड के महान क्रांतिकारी दयामनी बारला उपस्थिति थी , साथ ही ठेठईटांगर जिप सदस्य अजय एक्का, जलडेगा प्रखण्ड प्रमूख जुसाफ लुगुन, केन्द्रीय विश्वविद्यालय गया के प्रोफेसर डाॅ अनुज लुगुन,संत जेवियर्स कॉलेज सिमडेगा के प्रोफेसर डाॅ सुनील केरकेट्टा, सांसद प्रतिनिधि सुजान जोजो, झारखंड आंदोलनकारी प्रभाकर तिर्की, मसकल्याण समद, आनंद सिंह, छोटू बैठा, जलडेगा पंचायत बालमुनी लुगुन, पूर्व मुखिया जयमिला लुगुन, उपस्थित थे ।कार्यक्रम की शुरुआत शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण सह श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए की गयी । इसके बाद दयामनी बारला ने संबोधित करते हुए कहा कि अपने हक और अधिकार के लिए लड़ना जरूरी है। इसके लिए शिक्षित, संगठित होकर हक अधिकार के लिए लड़ना सीखा होगा । इसके साथ ही प्रखण्ड प्रमुख जूसाफ लुगुन , जिप सदस्य अजय एक्का, सहित अन्य अतिथियों ने भी संबोधन की।

कार्यक्रम में डहर पत्रिका का लोकार्पण किया गया
जलडेगा के धरती से एक नया पहल की शुरुआत की गयी अतिथि के हाथों डहर नामक त्रैमासिक पत्रिका का लोकार्पण किया गया। इस पत्रिका के प्रधान संपादक केन्द्रीय विश्वविद्यालय गया के प्रोफेसर डाॅ अनुज लुगुन एवं बानो प्रखण्ड के नागपुरी लेखक मुंगेश्वर साहु हैं एवं शहीद काॅमरेड विलियम लुगुन युवा मोर्चा जलडेगा संपादकीय विभाग है । इस पत्रिका में डाॅ सुनील कुमार सहायक प्रोफेसर हिन्दी साहित्य विभाग वर्धा महाराष्ट्र, डाॅ रामचंद्र उरांव सहायक प्रोफेसर एनयूएसआरएल रांची, डाॅ अनुज लुगुन सहायक प्रोफेसर केन्द्रीय विश्वविद्यालय गया डाॅ अभय सागर मिंज सहायक प्रोफेसर डीएसपीएमयू रांची , मुंगेश्वर साहु बानो सहित अन्य लेखकों की रचनाएं संकलित है । इस त्रैमासिक पत्रिका की खासियत यह है कि इसमें हिन्दी, नागपुरी, मुण्डारी, हो, संथाली सहित अन्य भाषाओं में रचनाएं मौजूद हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में शहीद काॅमरेड विलियम लुगुन स्मृति वार्षिक मेला समिति सह युवा मोर्चा जलडेगा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
