सिमडेगा :- जिला मत्स्य कार्यालय में केलाघाघ जलाशय के चार समिति से 35 दादा और दीदी को झारखंड के जलाशय में महाझींगा संवर्धन के माध्यम से जनजातीय समुदाय की आजीविका में सुधार से संबंधित एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था।

इस कार्यशाला में कलकत्ता के सिफरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर ए के दास दास द्वारा झींगा पलकों को महाझींगा से संबंधित प्रबंधन और रखरखाव के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया, साथ में जिला मत्स्य पदाधिकारी कुसुम लता के द्वारा समूह के सदस्यों को अपने शब्दों से उत्साहित की। आईसीएआर सिफ्री के अजय कुमार ने मंच पर महाझींगा के लिए उपर्युक्त विभिन पड़ाव के विषय में जानकारी दिया।सिमडेगा एवं गुमला जिला मत्स्य पदाधिकारी कुसुम लता ने सिमडेगा के केलाघाग जलाशय और गुमला मिला के मसरिया जलाशय को झींगा पालन से वहां के जनजातीय समुदायों को आजीविका में सुधार करने के लक्ष्य से इस योजना के कार्य को प्रगति दे रही है उन्होंने कहा कि सरकार भी मछली पलक का सहयोग कर रही है और महाझींगा पालन में भी सरकार अपना सहयोग करेगी।