सिमडेगा:-दिसंबर महीने के दूसरे सप्ताह ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। लगातार बढ़ रही ठंड के बीच चौक-चौराहों पर किसी संगठन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने के बीच लोगों की निगाहें प्रशासन पर जा टिकी हैं। पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण रदी कागज और फलों की पेटियों का जलाकर लोग ठंड भगाने का प्रयास कर रहे हैं। पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच लोग घरों में ही दुबकने लगे हैं। सुबह-शाम ज्यादा ठंड पड़ने के कारण अति आवश्यक कार्य से ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। वृद्धों और बच्चों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। दिन के दोपहर में तापमान 12-14 डिग्री सेल्सियस मापा जा रहा है। सुबह का तापमान दोपहर के तापमान के आधे से भी कम आंका जा रहा है। ठंड के अधिक होने के कारण कई लोगों के प्रात: कालीन टहलने का समय पर असर पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी बुजुर्गाें और बच्चों को हो रही है। हालात हैं कि शाम ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है।

यात्रियों, ठेला-रिक्शा चलाने वालों और गरीबों को हो रही खासी दिक्कत
पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच रात्रि में दूर-दराज से बस पड़ाव पहुंचने वाले यात्रियों, ठेला और रिक्शा चलाने वालों के साथ गरीबों और खानाबदोशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दूर कहीं धुआं उठता देख आग की उम्मीद में लोग वहां पहुंच जा रहे हैं। वहीं पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच गर्म कपड़े भी ठंड से पूरी तरह निजात दिलाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं। गर्म कपड़े पहनने के बाद भी ठंड भगाने के लिए लोगों को आग का सहारा लेना पड़ रहा है।