सिमडेगा एवं कोलेबिरा विधायक के द्वारा जिला कार्यालय में प्रेस वार्ता कर भाजपा पर साधा निशाना

आदिवासियों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ना चाहती है भाजपा

सिमडेगा: सिमडेगा कांग्रेस जिला कार्यालय में सोमवार को सिमडेगा कांग्रेस जिला अध्यक्ष डेविड तिर्की की अगवाई में प्रेस वार्ता कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। कार्यक्रम में सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोनगाडी उपस्थित रहे। जहां पर उन्होंने प्रेस वार्ता का आयोजन करते हुए झारखंड सरकार के 4 वर्षों की कार्यकाल का उपलब्धियां गिनाई, जहां पर उन्होंने सरना धर्म कोड, ओबीसी आरक्षण, 1932 खतियान ,ओल्ड पेंशन जंगल का अधिकार, महिलाओं के लिए योजनाएं सहित कई मुद्दों को लेकर सरकार द्वारा किए गए कार्य एवं 2024 को नियुक्ति वर्ष बताते हुए अधिक से अधिक बेरोजगारों को रोजगार देने से संबंधित बात कही। वही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा और उन्होंने कहा कि 24 दिसंबर को रांची के मोहराबादी में भाजपा द्वारा साजिश के तहत डी लिस्टिंग रैली का आयोजन कर आदिवासियों को धर्म एवं जाति के नाम पर लड़ने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को भ्रमित जानकारी देकर लोगो को बरगलाया जा रहा डिलिस्टिंग धर्म के आधार पर यह बातें कह रहे जबकि हमारा संविधान स्पष्ट करता है कि धर्म के आधार पर हमारे देश में भेदभाव नहीं किया जाएगा यह संविधान का अनुच्छेद 15 में है और नियोजन को लेकर 16 में कहा गया है उन्होंने कहा कि जाति और धर्म में आसमान और जमीन का फर्क है।जाति हमारा नश्ल से जुड़ा है और धर्म विश्वास से आधारित है। हम अपने जीवन में कई धर्म को मान सकते है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है कि 80% नौकरी आदिवासियों का है जिसे क्रिश्चियन धर्म के लोग ले रहे हैं।जबकि बैकलॉग से भर्ती करती है जबकि वैकेंसी में जो सीट खाली रह जाता है उसे भरने के लिए के बैकलॉग माध्यम से निकलती है।उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि आदिवासियों का धर्म क्या है उसे बताएं। झारखंड का आदिवासी समुदाय एवं जनगणना में अपना जानकारी दिए हैं उसका अनुसार 42.7% सरला भरा है 39.2% हिंदू और 14.4 ईसाई है एवं 1.7 अन्य है जिसमें बहुत जैन आदि है। पुराने सिमडेगा में बनने वाले भारतमाला परियोजना के तहत सड़क का भी विरोध जताते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्र एवं वन्यजीवों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा और पर्यावरण को भी नुकसान होगा। उन्होंने महंगाई को लेकर भी सवाल उठाते हुए कहा कि महंगाई चरम पर है और केंद्र सरकार से रोकने में सफल है।

डिलिस्टिंग के नाम पर आदिवासियों के एकता तोड़ने का किया जा रहा है प्रयास:भूषण बाड़ा

सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि हमारे जनजातीय समुदाय के लोग केंद्र में बैठी सरकार को चुनने के बाद अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में 28 आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट में आदिवासियों की 26 सीट पिछला चुनाव में हमने जीत दर्ज की थी। आज सभी जगहों पर आदिवासी एकजुट हो रहे हैं और इसी एकता को कमजोर करने के लिए साजिश के तहत डीलिस्टिंग का मुद्दा भारतीय जनता पार्टी के द्वारा लाया गया है और उनका प्रयास है की एकता को तोड़ने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा की 60 की दशक से डिलिस्टिंग का मुद्दा लाया था जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया था।सिविल कोर्ट ,केरल हाई कोर्ट भी इसपर साफ कहा था कि कोई भी जाति का व्यक्ति धर्म परिवर्तन कर लेता है तो यह विदेश का मुद्दा नहीं है। मौके पर सिमडेगा जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।

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