डीसी साहेब! कभी समय निकालकर हमारे गांव आइए; हमें मनरेगा से काम तक नहीं मिलता

आजाद देश का गुमनाम गांव, जहां सड़क, पानी, नेटवर्क जैसे कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं लोग

जलडेगा:नेटवर्क खराब हैं यहां, रोड खराब है यहां, गांव में एक नल तक नहीं, गंदे पानी को पी रहे हैं, कोई सुविधा नहीं है चुनाव पहुंचने वाला है लेकिन अब भी कोई नेता, विधायक या प्रशासन हमारी खोज-खबर लेने नहीं आ रहा।” 60 साल का ललका सिंह गुस्से में कहता है। ललका सिंह जलडेगा प्रखंड के टीनगिना पंचायत अंतर्गत सिलिंगा डोंगीझरिया का रहने वाला है। इस गांव के ग्रामीण आज भी सड़क, पानी, नेटवर्क जैसे बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे हैं। स्वच्छ पेयजल और सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों की समस्याएं दूर होने का नाम नहीं ले रही है। चारो ओर पहाड़ों से घिरे इस गांव में लगभग 18 परिवार रहते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कई वर्षों से उन्हें आज तक मनरेगा से रोजगार तक नहीं मिला है। गांव में न रोजगार सेवक आते हैं ना कोई जनप्रतिनिधि। सिर्फ वोट डालकर सरकार बना रहे हैं इसके बावजूद भी हमारी समस्याओं को समझने वाला कोई नहीं है।

आज तक 100 दिन का नहीं मिला रोजगार

इस गांव में 2 से 3 परिवार को छोड़ दिया जाए तो इसके बाद किसी भी परिवार को 2005 से आज तक 100 दिन का मानव दिवस रोजगार नहीं मिला है। ग्रामीण ललका सिंह, सुखनाथ सिंह, लोकनाथ सिंह, सोमरा सिंह, भरथू सिंह, गोम्हा सिंह, शंकर सिंह, मनभरण सिंह, खिरोधर सिंह, तिजो देवी, मोहन सिंह, सुरेंद्र सिंह, देवाल सिंह, घुरन सिंह, सुखदेव सिंह, छतीश सिंह ने बताया कि उनके द्वारा गांव में रोजगार गारंटी का काम चालू करने की मांग कई बार किया जा चुका है। लेकिन भी इस गांव में मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत नहीं किया गया। ग्रामीणों ने सिमडेगा डीसी को मीडिया के माध्यम से गांव बुलाने का इच्छा जाहिर किया है। उनका कहना है जब तक कोई बड़ा अधिकारी गांव नही आयेगा उन्हे हमारी परेशानी नहीं समझ आएगा।

Related posts

Leave a Comment