जलडेगा: प्रखंड के लम्बोई निवासी झुरका गोंड जिसे गांव और समाज से बहिष्कार कर दिया गया था। 40 साल घर से बाहर रहते रहते झुरका गोंड आज लगभग 70 वर्ष के वृद्ध हो चुके हैं। ग़रीबी, लाचारी और बेबसी झुरका गोंड के सबसे नजदीकी साथी बने हुए हैं। कोई इनकी मदद करना नहीं चाहता था। ना ही झुरका गोंड को वृद्धा पेंशन मिलता है। मिशन बदलाव के सक्रिय सदस्य रोहित कुमार के द्वारा मामला सिमडेगा समाचार में आने के बाद उपायुक्त सिमडेगा ने मामले पर संज्ञान लिया है। उपायुक्त सिमडेगा के निर्देश पर गुरुवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय राजेश बरला, अंचल से राजस्व उप निरीक्षक उमेश ठाकुर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित तिर्की, पंचायत के मुखिया रोशन खड़िया और जलडेगा थाना के एस आई अरुनिश रोशन और एस आई सुनील तोपनो दल बल के साथ झुरका गोंड के पास पहुंचे। इस दौरान बीडीओ ने वृद्ध झुरका को तत्काल चावल, कम्बल दिया और अविलंब वृद्धा पेंशन स्वीकृत करने का आश्वासन भी दिया। वहीं मौके पर जलडेगा थाना के पुलिस ने पीड़ित झूरका गोंड को हरसंभव मदद और न्याय दिलाने की बात कही। इस दौरान पुलिस ने वृद्ध झूरका गोंड के रिश्तेदारों से फोन कर अविलंब उन्हें थाना आने की हिदायत दी है। पुलिस ने बताया कि वृद्ध झुरका गोंड को गांव से बहिष्कार करने वालों को समझा बुझा कर आपसी ताल मेल से सबको रहने के लिए कहा जाएगा और ऐसा नहीं करने पर उचित कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। ताकि भविष्य में वृद्ध झुरका गोंड को किसी प्रकार का कोई मानसिक और समजिक प्रताड़ना ना मिले।
