भाकपा माओवादियों द्वारा बुलाए गए एक दिवसीय बंद का रहा मिला जुला असर,नहीं चले यात्री वाहन,यात्रियों को हुई परेशानी

भाकपा माओवादियों द्वारा बुलाए गए एक दिवसीय बंद का रहा मिला जुला असरनहीं चले यात्री वाहन,यात्रियों को हुई परेशानीसिमडेगा:- प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के द्वारा शीर्ष नेता प्रशांत घोष एवं उनकी पत्नी शीला मरांडी के गिरफ्तारी के खिलाफ एक दिवसीय झारखंड बिहार बन्द पर बुधवार को सिमडेगा में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला सिमडेगा बस स्टैंड से जहां प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में झारखंड उड़ीसा छत्तीसगढ़ सहित अलग-अलग जगहों पर जाने वाली बसों के पहिए थमे हुए नजर आए यहां तक की सिमडेगा के अलग-अलग प्रखंडों में चलने वाली बसें भी नहीं चली जिसके कारण बस स्टैंड पूरी तरह से वीरान नजर आया। वही बसों के नहीं चलने के कारण छोटे वाहनों की पूरी तरह से चांदी रही जहां पर वह यात्रियों को मनमाना भाड़ा लेकर उनके गंतव्य तक पहुंचाते हुए देखे गए रांची के लिए 700 से ₹800 तक का भाड़ा एक व्यक्ति से लिया गया इसके अलावा अगल-बगल प्रखंड मुख्यालय में पहुंचाने के नाम से भी छोटी वाहनों ने जमकर यात्रियों से लूटने का काम किया। बंद को देखते हुए मजबूरी वश फंसे हुए यात्री किसी परेशानी में ना हंसने की वजह छोटी वाहनों के चालकों द्वारा मांगे गए रकम देकर अपने गंतव्य तक जाने में ही मुनासिब समझा।बंद के मद्देनजर सिमडेगा शहरी क्षेत्र की सभी दुकानें पूरी तरह से बंद रही।शहरी क्षेत्र के ह्रदय स्थली महावीर चौक ,प्रिंस चौक ,झूलन चौक ,नीचे बाजार गुलजार गली, डेली मार्केट सहित सभी जगहों पर जहां प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में लोगों का भीड़ होती है बुधवार को पूरी तरह से वीरान नजर आई। दुकान के बंद रहने के कारण एवं वाहनों के नहीं चलने से पूरी तरह से सड़कें सुनसान रही लोग अपनी आवश्यक कार्य के लिए निजी मोटरसाइकिल एवं पैदल अपने कार्यों को करते हुए देखे गए।छत्तीसगढ़ सीमा होने की वजह से कुरडेग पुलिस लगातार बंद को लेकर चौकस नजर आई चौक में थाना प्रभारी मुन्ना रमणी के द्वारा आने जाने वाली हर छोटे-बड़े वाहनों को रोकते हुए जांच करते हुए देखे गए उन्होंने सभी लोगों को रोककर गहनता से पूछताछ की ।इसके अलावा कुरडेग बस स्टैंड सहित आसपास की सभी दुकानें बंद रही ।भाकपा माओवादियों द्वारा बुलाए गए बंद को मद्देनजर रखते हुए केरसई में भी पूरी तरह से माहौल वीरान रही  क्षेत्र में लगने वाला सप्ताहिक बाजार पूरी तरह से सन्नाटे में तब्दील रहा है ।इसके अलावा केरसई मुख्यालय की सभी दुकानें बंद रही । केरसई से चलने वाली छोटी बड़ी वाहने नही चली जिसके कारण पूरी तरह से सन्नाटा रहा। इसके अलावा ठेठईटांगर में बंद के कारण प्रभावित दिखा मुख्यालय की सभी दुकानें बंद रही लोग अपने दैनिक कार्य के लिए इधर-उधर भटकते हुए नजर आए हालांकि प्रखंड कार्यालय एवं बैंक खुले रहे । इसके अलावा जलडेगा ,कोलेबिरा ,बांसजोर कुरडेग सहित सभी जगहों पर बंद का असर देखने को मिला।हालांकि बंद को मद्देनजर रखते हुए सिमडेगा एसपी डॉक्टर शम्स तबरेज के निर्देशानुसार सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार घटती अभियान चलवा दे रहे और साथ ही आने जाने वाले हर छोटी-बड़ी वाहनों को जांच करते हुए निगरानी रख रहे थे ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो।

साप्ताहिक बाजार सिमडेगा में बंद का नहीं दिखा असर उमड़ी भीड़

भाकपा माओवादियों द्वारा बुलाए गए एक दिवसीय बंद का सिमडेगा में मिलाजुला असर देखने को मिला तो वहीं सिमडेगा में गुरुवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार में बंद का किसी प्रकार का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा।बाजार प्रत्येक गुरुवार की भांति भीड़भाड़ के साथ लगी। जहां पर दूर-दराज से लोग अपने सामानों को बेचने एवं खरीदारी करते हुए नजर आए। बाजार में काफी चार पल का माहौल रहा और बाजार में उमड़ी भीड़ अन्य दिनों की भांति सामान्य तरीके से खरीदारी में लोग जुटे हुए नजर आए।

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