किसानों को मिलेगा ₹2450 प्रति क्विंटल एमएसपी

सिमडेगा : खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग, झारखंड सरकार के दिशा-निर्देशानुसार जिले में खरीफ विपणन मौसम 2025-26 के तहत धान खरीद की प्रक्रिया 15 दिसंबर 2025 से शुरू कर दी गई है। जिले में धान खरीद का विधिवत शुभारंभ बानो प्रखंड के सिम्हातु लैम्पस में विधायक तोरपा सुदिप गुड़िया एवं उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर बुजुर्ग माता-पिताओं के बीच कंबल का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में बानो प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित रहे।वहीं ठेठईटांगर प्रखंड के मेरोमडेगा लैम्पस में सांसद प्रतिनिधि अमित डुंगडुंग, मेरोमडेगा मुखिया, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त रूप से धान खरीद का शुभारंभ किया गया। इसके अलावा अन्य लैम्पसों में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, मुखिया एवं जनप्रतिनिधियों के माध्यम से खरीद प्रक्रिया शुरू की गई।इस अवसर पर उपायुक्त कंचन सिंह ने धान खरीद व्यवस्था को सुचारू एवं पारदर्शी बनाने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों और लैम्पस प्रतिनिधियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए तथा पूरी प्रक्रिया समयबद्ध ढंग से पूरी की जाए।राज्य सरकार द्वारा धान क्रय हेतु न्यूनतम समर्थन मूल्य 2450 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। धान विक्रय के 48 घंटे के भीतर किसानों के बैंक खाते में एकमुश्त भुगतान किया जाएगा। जिले में कुल 16 चयनित लैम्पसों के माध्यम से धान खरीद की जानी है, जिसमें प्रथम दिन 12 लैम्पसों में खरीद प्रारंभ की गई। इनमें सिमडेगा प्रखंड के अरानी, ठेठईटांगर के मेरोमडेगा एवं पाईकपारा, कुरडेग के कुरडेग, चड़रीमुण्डा एवं डुमरडीह, पाकरटांड़ के क्रूशकेला, कोलेबिरा के रसिया, बानो के सिम्हातु एवं गेनमेर तथा जलडेगा के टिनगिना एवं परबा लैम्पस शामिल हैं।डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा ई-उपार्जन मोबाइल एप्लिकेशन भी लॉन्च किया गया है, जिसे ई-उपार्जन पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता है। इसके माध्यम से किसान स्वयं पंजीकरण, स्लॉट बुकिंग और भुगतान की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सभी क्रय केंद्रों पर 4G सक्षम ई-पॉस मशीनों से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण की व्यवस्था की गई है।जो किसान अब तक ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए हैं, वे ई-उपार्जन पोर्टल या नजदीकी प्रज्ञा केंद्र में जाकर पंजीकरण करा सकते हैं। उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे अपने नजदीकी लैम्पस में ही धान बेचें और बिचौलियों के झांसे में आकर कम दाम पर धान न बेचें। किसी भी जानकारी या सहायता के लिए किसान टोल फ्री हेल्पलाइन 1967 या 18002125512 पर संपर्क कर सकते हैं।
