
डुमरी गुमला: प्रखंड कार्यालय डुमरी परिसर में आधार कार्ड अपडेट कराने वाले लाभुकों से एक एक सौ रुपए वसूली करने का मामला प्रकाश में आया है। जब इस संबंध में आधार कार्ड बनाने वाले महिला ऑपरेटर से बात की गई तो पहले तो उसने किसी भी प्रकार के पैसे लेने से साफ इंकार किया लेकिन मौके पर उपस्थित एक लाभुक के द्वारा आधार अपडेट कराने में एक सौ रुपए देने की बात कही गई तब महिला ऑपरेटर ने इस संबंध में बताया की ऑफिस चार्ज के लिए एक एक सौ रुपए लिया जा रहा है। जबकि आधार अपडेट कराने को लेकर सौ रुपए ऑफिस चार्ज के नाम पर लिए गए पैसे का कोई पर्ची नहीं दिया जा रहा है। ज्ञात हो की गांव देहात के कई स्कूली बच्चे व गरीब महिला पुरुष किन्ही का आधार कार्ड में फिंगर अपडेट नहीं होने के कारण या फिर मोबाइल नंबर सहित अन्य सुधार नहीं होने से कई तरह के सरकारी लाभ से वंचित होना पड़ता है। कई लोगों का फिंगर प्रिंट काम नहीं करने से उन्हें राशन का लाभ भी नहीं मिल पाता है ऐसे में प्रखंड कार्यालय में धड़ल्ले से सौ सौ रुपए की वसूली कर गरीबों का दोहन किया जा रहा है और इसकी सूचना प्रखंड प्रशासन या वरीय पदाधिकारी को नहीं है। इस संबंध में आधार अपडेट कराने वाले जयप्रकाश उरांव उम्र 15 पिता अंजन उरांव, राम प्रसाद उरांव उम्र 15 पिता बलदेव उरांव, नेल्सन कुजूर उम्र 14 पिता आनंद कुजूर, संदीप बड़ा उम्र 17 पिता शांति प्रकाश बड़ा सभी लोहड़ा ग्राम के निवासी एवं जनता उच्च विद्यालय नवाडीह के छात्र एवं सुलेमान पिता लीनूस ग्राम टांगरडीह, अनीस बखला ग्राम दमगड़ा ने बताया की आधार अपडेट के नाम पर एक एक सौ रूपये ब्लॉक कर्मी महिला ऑपरेटर ने लिए हैं।
इस संबंध में प्रीति किस्कू, एसडीओ सह बीडीओ डुमरी के कहा की मुझे कल ही इसकी जानकारी प्राप्त हुई है की प्रखंड कार्यालय स्थित आधार केंद्र में पैसे लेकर काम किया जा रहा है। जो भी स्थाई आधार पंजीकरण केंद्र है वो पूर्ण रूप से प्रखंड कार्यालय के द्वारा निःशुल्क है जिसमें किसी भी तरह का फीस लेने का कोई प्रावधान नहीं है। अगर इस तरह की शिकायत आई है तो बिल्कुल इसकी जांच की जायेगी और पैसा लिया गया है तो गलत बात है किसी भी कीमत में पैसा नहीं लेना है। जो दोषी कर्मी होंगे उनपर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।

इस बात को लेकर जब प्रखंड प्रमुख जीवंती एक्का बात की गई तो उन्होंने बताया की पूर्व में भी मेरे पास यह शिकायत आई थी जिसको लेकर मैं संबंधित ऑपरेटर से बात की तो उसने मुझे कहा की कोई प्यार से पैसा दे देता है तो ले लेते हैं। इसपर मैंने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा की यदि कोई प्यार से ही पैसा दे रहा है तो फिर हमारे पास शिकायत कैसे आ रहा है। आगे उन्होंने ये भी कहा की मेरे मना करने पर भी नहीं माना गया जबकि आधार कार्ड बनाने को लेकर पैसा लेना किसी भी स्थिति में सही नहीं है। ऐसे कर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सांसद प्रतिनिधि अनिरुद्ध चौधरी ने कहा की ये गरीब क्षेत्र है और आधार कार्ड में बहुत ही गड़बड़ियां हैं यदि इस तरह से पैसा लेने का मामला आ रहा है तो यह बिल्कुल गलत है। हम जांच कर दोषी कर्मी पर कार्रवाई की मांग करते हैं।