सिमडेगा:- उपायुक्त सिमडेगा आर. रॉनीटा की अध्यक्षता में मंगलवार को झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना के सफल संचालन से संबंधित जिला स्तरीय कमिटि की बैठक का आयोजन हुआ। योजना के प्रचालन मार्गनिर्देशिका की विस्तृत समीक्षा की गई। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग झारखण्ड सरकार के द्वारा फसल राहत योजना की शुरूआत की गई है। योजना का मुख्य रूप से किसी भी प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल क्षति की स्थिति में कृषकों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना में फसल बीमा योजना न होकर फसल क्षति होने पर किसानों को प्रदान की जानेवाली एक क्षतिपूर्ति योजना है। यह किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में सुरक्षा कवच प्रदान करने तथा एक निश्चित आर्थिक सहायता प्रदान करने के संकल्प को पूरा करेगा। योजना के बेहत्तर कार्यान्वयन, अनुश्रवण, समन्वय और सूचना के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए पांच स्तरों पर समिति का गठन करने पर निर्णय लिया गया। उपायुक्त ने जिले के सभी गांवों में योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। कृषक संपर्क अभियान चलाने का निर्देश दिया। योजना के तहत् लघु एवं सीमांत रैयत एवं गैर-रैयत दोनों प्रकार के कृषकों को शामिल किया जायेगा। विभागवार कार्यों की भूमिका और जिम्मेवारियों पर प्रकाश डाला गया। विभाग के पदाधिकारी को समन्वयन स्थापित कर कार्य करने का निर्देश दिया। वर्षापात एवं कृषि कार्यों की समीक्षा की। मौसम की स्थिति को देखते हुये प्रतिदिन किसानों को कृषि सम्बध सूचनाएं प्रसारित-प्रचारित करने का निर्देश दिया। बैठक में अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार सिन्हा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो. शहजाद परवेज, जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा, बैंक प्रबंधक कॉपरेटिव व अन्य उपस्थित थें।
