हाल ही में राशन डीलरों के बीच इलेक्ट्रोनिक वेट मशीन का वितरण हुआ था, जिसके बाद कार्डधारियों को लगा था की अब उन्हें सही मात्रा में राशन मिलेगा, अब डीलर उनके राशन से कटौती नहीं कर पाएंगे। लेकिन शायद उस समय कार्डधारियों ने ये नही सोचा था की इलेक्ट्रोनिक वेट मशीन से भी डीलर राशन चोरी करेंगे। ऐसे ही इंडिया को जुगाड़ू देश नही कहा जाता है, भारत में ऐसे जुगाड़ू लोगों की कमी नही है। वो कहावत आप सबने सुना होगा की दुनिया में कोई काम असंभव नही है और इसी को सच कर दिखाया जलडेगा प्रखण्ड के कुटूंगिया इंन्द्रा एसएचजी महिला मण्डल डिलर समूह सदस्यों ने। सरकार का इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन भी इनके सामने फेल है। इंद्रा एसएचजी डीलर खुलेआम कार्डधारकों से प्रति सदस्य 2 किलो अनाज की कटौती कर रहा है। पाॅस मशीन कनेक्टेड इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन में डिलर अनाज के साथ दो केजी का वाट (लोहे का बटखरा) चढ़ाकर पाॅस मशीन को वजन पुरा दिखा रहा है और दुसरे वजन मशीन में तौल कर कार्डधारकों को कम अनाज दे रहा है। डिलर की इस चालाकी को कार्डधारक समझ गए और मंगलवार को इसका जमकर विरोध किया गया। इधर कार्डधारियों ने ग्राम सभा अध्यक्ष बाबूलाल तोपनो की अध्यक्षता में पंचायत सचिवालय में बैठक की जिसमें स्तोस लुगुन, पतरास कन्डुलना, ललित सुरीन, निराल कन्डुलना, सयुन तोपनो, बिमल लोमगा, अन्दिरियास तोपनो सहित 44 कार्डधारकों ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन बनाकर मामले की जांच करने की मांग की है। कार्डधारकों का कहना है जब से इंद्रा एसएचजी राशन डिलर चला रही है तबसे अनाज वितरण में अनियमितता बरती जा रही है। कार्डधारकों ने बताया जुलाई माह में 50 प्रतिशत से भी कम कार्डधारकों को गेंहू दिया गया है।

बता दें कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अनुसार किसी भी कार्डधारी से डीलर 10 ग्राम भी अनाज नहीं काट सकता है, और ये सिर्फ कुटुंगिया का ही मामला नही है, पूरे जलडेगा प्रखंड में यही खेल चल रहा है। डर से ग्रामीण इसका खुल कर विरोध नही कर पाते हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।