डुमरी (गुमला)। प्रखंड अंतर्गत उदनी पंचायत के चंदावल ग्राम स्थित ईंट भट्टे के ध्वस्त हो जाने से तीन की मौत मामले में प्रखंड व अनुमंडल के पदाधिकारियों ने गुरुवार को घटना स्थल का दौरा किया। निरीक्षण में एसडीओ प्रीति किस्कू, बीडीओ एकता वर्मा, सीओ शिवपूजन तिवारी, जिप सदस्य मारियानुस तिग्गा, मुखिया डेविड मिंज, सर्किल इंस्पेक्टर बैजू उरांव सहित थाना प्रभारी मनीष कुमार दल बल के साथ शामिल हुए। घटना बुधवार सुबह लगभग 10 बजे की है। जिसमें कुछ मजदूर ईंट भट्ठे में चेंबर से ईंट को निकालने का कार्य कर रहे थे इसी बीच चेंबर की दीवार के धंसने से एक नाबालिक सहित चार पांच मजदूर मलबे से दब गए। घायलों को आनन फानन में इलाज के लिए रांची ले जाया जा रहा था इसी बीच रास्ते में ही तीन मजदूरों ने दम तोड़ दिया जिसे परिजन वापस घर ले आए। वहीं गुरुवार को सुबह थाना प्रभारी मनीष कुमार अपने दल बल के साथ हुटाप गांव पहुंचकर मामले की जानकारी ली। साथ ही शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल गुमला भेज दिया है। इस संबंध में घटना में शामिल रेहाना बीबी ने कहा की हम चार लोग वहां ईंट हटाने का काम कर रहे थे की अचानक दीवाल भरभराकर हमलोग के ऊपर गिर पड़ा जिससे चोट लगने के बाद में बेहोश हो गई। मुझे घायल अवस्था में महुवाडांड अस्पताल ले जाया गया। मेरे चेहरे दाहिने हाथ एवं कमर में चोट लगी है।

मौके पर स्थानीय मुखिया डेविड मिंज ने कहा कि ये दुखद घटना भट्ठा संचालक सीताराम साहू की लापरवाही से घटी है। जब भट्ठे की दीवार कमजोर और दरारनुमा थी तो मजदूरों को खासकर नाबालिक को जान जोखिम में डालकर कार्य में क्यों लगाया गया। ये भी कहा की यहां इतने बड़े भट्ठे का संचालन होता है जिसमें सैंकड़ों मजदूर कार्य करते हैं जबकि यहां न तो किसी भी तरह के प्राथमिक उपचार की कोई सुविधा है, न किसी मजदूर का निबंधन है न ही किसी का कोई बीमा ही है। मृतक विजय मुंडा के तीन बच्चे हैं जबकि मृतक अनिता देवी के भी तीन छोटे छोटे बच्चे हैं अब इनके लालन पालन में कितनी कठिनाई होगी। वहीं मुखिया ने सरकार से मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की अपील की है। वहीं प्रत्यक्षदर्शी मजदूर जीवन मुंडा ने बताया की में ट्रैक्टर में ईंटा लोड कर रहा था मृतक मजदूर ईंट देते जा रहे थे उसी दरमियान अचानक भट्ठे का दीवार धंस गया। जिसमें चार लोग दब गए थे जिन्हें निकालकर इलाज के लिए भेजा गया। वहीं ग्रामीणों का कहना है की सरकारी नियमों को ताक में रखकर नाबालिक से काम कराने वाले इस तरह के अवैध रूप से संचालित भट्ठे के संचालक के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए साथ ही गरीब मृतक मजदूरों के परिजनों को उचित मुआवजा मिलनी चाहिए ताकि उनका गुजर बसर हो सके।

ज्ञात हो की इस घटना में शामिल एक मृतक नाबालिक हीरामुनी कुमारी उम्र 14 वर्ष के संबंध में उसकी मां चिठो मुंडाइन ने बताया की मृतक रा. उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुटलू में एक साल पूर्व पढ़ाई कर रही थी। जहां यह हादसा हुआ वह डुमरी मुख्यालय का अंतिम छोर है और मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर है। इस संबंध में थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि हुटाप गांव में सीताराम साहू के ईट भट्ठा की सफाई का काम चल रहा था जिस समय अचानक घटना घट गई जिसके पश्चात सभी को प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया जा रहा था जिस दौरान इनकी मौत हो गई उन्होंने बतलाया कि ईट भट्ठा के संचालक पर प्राथमिकी दर्ज करने कर पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है जल्द ही पुलिस जांच के पश्चात विधिसम्मत कारवाई करेगी ।
