जलडेगा:अनुदान पाने के चक्कर में इन दिनों किसान भी साइबर क्राइम का शिकार बन रहे हैं। फसल राहत योजना के तहत क्षति अनुदानमें ट्रैक्टर देने की बात कहकर किसान का आधार नम्बर और खाता नम्बर लेकर पैसा उड़ा लेते हैं। जलडेगा सीओ डॉ खगेन महतो ने बताया कि जलडेगा के कई ग्रामीण क्षेत्रों से इस तरह की सूचना मिल रही है कि फसल क्षति अनुदान के नाम पर किसान ठगी के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसी भी योजना के लिए अनुदान दिया जाता है तो सबसे पहले उनके मोबाइल पर मैसेज आता है। अगर किसी किसान को योजना के लिए चयन किया गया है तो सरकार द्वारा मैसेज दिया जाता है।

अगर किसी प्रकार का मैसेज नहीं आया तो समझ जाना चाहिए कि किसी प्रकार का अनुदान नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार का अनुदान देने के लिए कहीं से फोन आता है तो सबसे पहले थाना को सूचना दें या खुद उन्हें फोन कर के इसकी जानकारी देने को कहा, इसके अलावा उन्होंने अपने अपने पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य आदि लोगों से भी जानकारी प्राप्त करने या सूचना देने के कहा।वहीं सुबह लमडेगा पंचायत के बनजोगा निवासी मसीह तोपनो नामक एक किसान को साइबर अपराधियों ने फोन कर अनुदान में ट्रैक्टर देने की बात कहकर 15000 रुपए का मांग करने लगे और साथ में आधार कार्ड का फोटो भी व्हाट्सएप में मांगा गया। इधर सूचना मिलते ही जलडेगा सीओ ने किसान को अपना कोई भी दस्तावेज का फोटो नही भेजने को कहा, और 15000 रुपए भी देने से मना किया। सीओ ने कहा ऐसे नंबर से जब भी फोन आएगा तुरंत ऐसे नंबर को ब्लॉक कर देना ही फायदेमंद होता है। सीओ की तत्परता और किसान की सूझ बुझ से आज किसान मसीह तोपनो ठगी का शिकार होने से बच गया।