झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जन संगठन के बैनर तले हुई बोलबा के गट्टीगाढ़ा गांव में बैठक

बोलबा :प्रखंड के सुदूरवर्ती ग्राम गटीगढ़ा में झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जनसंगठन के बैनर तले वनपालन समिति की बैठक सिलबेस्तर केरकेट्टा की अध्यक्षता में किया गया।इस बैठक में मुख्य रूप झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जनसंगठन एवं ग्राम सभा मंच के जिला मीडिया प्रभारी खुशीराम कुमार को आमंत्रित किया गया।मौके पर खुशीराम कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि वनाधिकार कानून 2006 एक केंद्रीय कानून है जो जम्मू और कश्मीर को छोड़कर सम्पूर्ण भारत देश में लागू है,लेकिन दुर्भाग्य अपने ही देश और राज्य में अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।


अभी झारखंड के वर्तमान महागठबंधन की सरकार की उदासीनता रवैया अपनाने के कारण यहां की आदिवासीयों एवं अन्य परंपरागत वन्य निवासीयों ठगा महसूस कर रहे हैं क्योंकि सरकार ने अभी तक जल जंगल जमीन की बात तो कर रही है लेकिन धरातल पर हमारे मालिकाना अधिकार के लिए सामुदायिक वन पट्टा नहीं देना और हमारे दखल की गैरमजरूआ जमीन को लैंड बैंक में डाला गया है उसे अभी तक निरस्त नहीं करना चिन्तनीय है।
आगे अपने वक्तव्य में खुशीराम कुमार ने ये भी कहा कि हमारी अस्मिता, जीविका और संस्कृति से जुड़ी हुई जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना होगा।पेड़ों की कटाई को रोकना होगा और जंगलों में आग न लगे इसका ख्याल रखना होगा और अभी की ज्वलंत समस्या है हाथियों का आतंक इस पर भी सरकार चुपी साधे हुए हैं इसका निराकरण जल्द से जल्द करे।धन्यवाद ज्ञापन श्री क्रिस्तोफर ने किया।इस बैठक में मुख्य रूप से प्रिशिला डुंगडुंग,सुषमा केरकेट्टा,बेरोनिका सोरेंग, युनानी केरकेट्टा दोरोथिया केरकेट्टा, फ्रांसिस केरकेट्टा, इमिल बिलुंग, भिनसेन्ट केरकेट्टा, हेलेना केरकेट्टा, शोभा बिलुंग, निकोलस केरकेट्टा, गेतु लोहरा, सुचिता केरकेट्टा, तेरेसा डुंगडुंग सहित आदि लोग उपस्थित थे।

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