सिमडेगा:उप विकास आयुक्त सिमडेगा की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज 2 के तहत क्रियान्वित की जाने वाली योजनाओं के सफल संचालन को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला के दौरान ठोस तरल अपशिष्ट मैनेजमेंट के तहत नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट, सॉकपीट एवं कम्पोस्ट प्लास्टिक वेस्ट, गोर्वधन छुटे हुए लाभको का शौचालय निर्माण आदि की जानकारियों से सभी को अवगत कराया गया।25 फरवरी 2023 तक अभियान चलाते हुए स्वच्छ एवं अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन हेतु जिला स्तर पर सभी संरचनाओं के आकलन कर कार्य योजना तैयार किए जायेंगे।उप विकास आयुक्त अरूण वाल्टर सांगा की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज 2 अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन हेतु जिला स्तर पर संरचनाओं के आंकलन हेतु जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन नगर भवन, सिमडेगा में जिला जल एवं स्वच्छता समिति सिमडेगा के तत्वाधान में किया गया।इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रशिक्षकों का स्वागत कार्यपालक अभियंता द्वारा किया गया और उनके द्वारा कार्यशाला के बारे में चर्चा की गई।

इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज- ॥ वित्तीय वर्ष 2020-21 से प्रारंभ किया गया है साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 तक सम्पूर्ण ग्राम स्तरों पर मिशन मोड में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य विभिन्न विभागों के अभिसरण यथा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज विभाग तथा अन्य विभागों से किया जाना है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज 2 के तहत् विभिन्न आयामों पर कार्य किया जाना है। इसी उद्देश्य के साथ स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज 2 के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन के लिए संरचनाओं का आकलन कर विलेज सेनिटेशन सैचुरेशन प्लान तैयार किया जाना है। जिसके तहत जिला स्तर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो शहजाद परवेज़, जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहन झा, जिला शिक्षा अधीक्षक विनोद कुमार, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल सिमडेगा अनिल प्रसाद गुप्ता, प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार रजक, एवं सहायक अभियंता, कनीय अभियंता के सभी जिला समन्वयक, सभी मुखिया, सभी जलसहिया एवं अन्य उपस्थित थे।
