भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा लोक सुनवाई का आयोजन हुआ,कोलेबिरा से रांची की दूरी घटकर होगी मात्र 70 किलोमीटर

सिमडेगा /कोलेबिरा : भारतमाला परियोजना अंतर्गत लिट्ठिवेड़ा (उड़िसा) से रांची (झारखण्ड) तक चार लेन नियंत्रित ग्रीनफील्ड हाइवे का विकास उड़िसा (उड़िसा में SH-10 का जंक्शन) से राँची (सिथियो, रिंग रोड ) झारखण्ड राज्य तक लंबाई – 150 कि.मी होगी।जिसे NH-143D के नाम से जाना जायेगा। इस निर्माण कार्य के लिए सिमडेगा जिला के कोलेबिरा प्रखंड सभागार में लोक सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रुप से राजीव रंजन परियोजना निदेशक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण गुमला,अमरेंद्र कुमार सिन्हा अपर सम्हार्ता सिमडेगा, गोपाल कुमार क्षेत्रीय पदाधिकारी, झारखंड राज्य प्रदूषण बोर्ड रांची गौरव कुमार, हरीश कुमार अंचलाधिकारी कोलेबिरा के साथ क्षेत्र के कई ग्रामीण मौजूद थे। इस कार्यक्रम में फोर लेन का निर्माण से संबंधित लोगों को जानकारी दी गई और मुआवजा के विषय में भी जानकारी दी गई। प्राधिकरण के परियोजना निदेशक राजीव रंजन ने बताया 150 किलोमीटर की दूरी का फोरलेन का निर्माण कार्य होगा। जो उड़ीसा और झारखंड को जोड़ेगा इसके निर्माण से यहां पर विकास विकास की गति मिलेगी और आने वाले समय में उड़ीसा और रांची की दूरी कम हो जाएगी ।

महज 70 किलोमीटर की दूरी में कोलेबिरा से रांची को जोड़ दिया जाएगा जिससे जिससे कम समय पर रांची या उड़ीसा पहुंचा जा सकता है।वहीं परियोजना निदेशक ने बताया इस रोड की गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी जिस पर कई कोरीडोर और अंडर बाईपास बनाए जाएंगे। जिसमें लोगों को उनके अनुरूप सुविधा प्रदान की जाएगी और यहां जो जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा उन्हें सरकारी दर से चार गुना भुगतान किया जाएगा। वहीं जमीन के साथ पेड़ घर का भी उचित मुआवजा दिया जाएगा और उसे समय से भी दिया जाएगा ताकि लाभुक जल्द से जल्द दूसरा घर बना सके।वहीं पदाधिकारी ने बताया की सभी को भुगतान गजट निकालकर जल्द कर दिया जाएगा जिससे रोड बनाने में हमें कोई असुविधा ना हो। उन्होंने लोगों से अपील की यह भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत रोड बनाने में लोग हमे सहयोग करे और साथ दे ताकि यहां के लोगों को विकास हो।

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