सिमडेगा: प्रभु यीशु के पुन: जी उठने की घटना की याद में जिले भर में पास्का का पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। आरसी समुदाय के लोग जहां चर्चों में विशेष प्रार्थना व मिस्सा अनुष्ठान में शामिल हुए तो जीईएल समुदाय के लोगों ने कब्रगाहों में जाकर मोमबत्तियां जलाईं एवं अपने पूर्वजों को याद किया। संत अन्ना महागिरजाघर में पास्का जागरण के साथ-साथ सुबह में मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन किया गया। सुबह में अनुष्ठान वीजी फादर इग्नासियुस टेटे ने संपन्न कराया। इस मौके पर फादर प्रवीण मिज,फा.फूलजेम्स कुल्लू, फा.कोर्नेलियुस तिर्की,फा.राजेन सोरेंग,फा.एस सुरीन शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रभु ख्रीस्त का जी उठना एक अद्भुत घटना है। प्रभु हमें बुराइयों से दूर रखें। मुक्तिदाता प्रभु यीशु हम सबकी मंगलकामना पूरी करें। प्रभु की कृपा व शांति सबों पर बनी रहे। हम सबकों पाप का मार्ग छोड़कर अच्छाई की ओर बढ़ना चाहिए। कार्यक्रमके दौरान संत अन्ना की बहनों ने मधुर स्वर गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में धर्मावलंबी उपस्थित रहे।

पुनरुत्थान का पर्व है पास्का: फा.इसीदोर
कुरडेग : प्रखंड में रविवार को कैथोलिक समुदाय के लोगों ने ईस्टर का पर्व मनाया। इस अवसर पर विभिन्न गिरजाघरों में मिस्सा अनुष्ठान सम्पन्न किया गया। कुरडेग पल्ली में फा.इसीदोर केरकेट्टा एवं अन्य पुरोहितों द्वारा मिस्सा अनुष्ठान सम्पन्न कराया गया। फा. इसीदोर केरकेट्टा ने संदेश में कहा कि ईसा मसीह सचमुच जी उठे हैं। प्रभु यीशु के पुनरुत्थान की सच्चाई एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है। प्रभु यीशु के जीवन-मरण और पुनरुत्थान पर विश्वास करना ही पास्का का सच्चा उदाहरण है। ईसा मसीह के पुनरुत्थान में विश्वास करना ही पास्का का आनंद एवं शांति को प्राप्त करना है। मौके पर फा. जोसेफ टेटे, फा. विपिन किशोर सोरेंग,फा.बासिल डुंगडुंग एवं समुदाय के लोग उपस्थित थे।
