पंचायत के मुखिया के द्वारा कराया जा रहा है घटिया ईंट से नाली का निर्माण
जलडेगा:- प्रखंड के कोनमेरला पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 12 डूमरबेड़ा नावाटोली में 15 वें वित्त योजना के तहत लगभग 02 लाख 49 हजार रुपए की लागत से बन रही नाली निर्माण कार्य में काफी अनियमितता बरती जा रही है। जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने ग्राम सभा बैठक कर प्रखंड विकास पदाधिकारी से निर्माण कार्य में अनियमितता कि शिकायत की है। ग्रामीणों के अनुसार नाली निर्माण कार्य में 1.5 इंच ही ढलाई की जा रही है। ईंट की गुणवत्ता इतनी निम्न स्तर की है कि सभी ईंट टूट जा रहे हैं। लिखित लिखित आवेदन की रिसीव कॉपी देते हुए ग्रामीणों ने राष्ट्रीय नवीन मेल को बताया कि आठ-एक बालू-सीमेंट के मिश्रण से नाली निर्माण कार्य किया जा रहा है। यही नहीं मार्टिना सुरीन, अनीता इंद्वार, पनि देवी, ज्योति बिलुंग, सेलेस्टिना सुरीन, सोनू कुमार नायक, बखली देवी, जॉर्ज पिटर केरकेट्टा, सुगंती केरकेट्टा, बसंत केरकेट्टा, चांदनी प्रवीण सहित कई लोगों ने स्थानीय मुखिया रोशन खड़िया पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि जिसके ऊपर पूरे पंचायत की जिम्मेदारी होती है, जिसको हमारे हक अधिकार के लिए आवाज उठाना चाहिए वो खुद नाली निर्माण का ठेकेदार बना हुआ है। और मोटी कमाई के चलते अपने ही बांग्ला भट्ठा के निम्न स्तर के इटों को यहां खपत किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि नाली निर्माण कार्य स्थानीय लोगों की मर्जी के खिलाफ किया जा रहा है। साथ ही लोगों ने कहा कि गुणवत्ता युक्त कार्य नहीं होने से सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। जिससे लोगों में नाराजगी है। इसी मुख्य सड़क पर से रोजाना कई जनप्रतिनिधियों का आना-जाना लगा रहता है। परंतु किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान इस ओर नहीं जाता।

क्या कहते हैं स्थानीय उप मुखिया
मामले को लेकर शनिवार और रविवार को लगातार दो दिन मुखिया से उनका पक्ष जानने के लिए फोन तथा मैसेज भी किया गया, परन्तु फोन नहीं लगा, ना ही मेसेज का कोई जवाब आया। जिसके बाद स्थानीय उप मुखिया सुबास साहू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा जितने भी शिकायत की गई है सब सही एवं सत्य है, मुखिया द्वारा नली निर्माण कार्य को लीपापोती कर सरकारी पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा। मामले को गंभीरता से लेकर निर्माण कार्य में जांच करने की आवश्यकता है।
काम को कराया गया बंद – जेई
संबंधित पंचायत के जेई जितेंद्र ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही शनिवार को ही काम को बंद करा दिय गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा दी गई आवेदन पर पहले पूर्ण रूपेण जांच होगी फिर काम शुरू करने का आदेश दिया जाएगा।