तीन साल से अधूरा पड़ा है पुलिया निर्माण कार्य, ठेकेदार एवं अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप

जलडेगा: प्रखंड के परबा पंचायत अंतर्गत ढेंगुरपानी स्वास्थ्य उपकेंद्र से पपरापानी हैं को जोड़ने वाली कच्ची सड़क के बीच बना यह पुलिया यह साबित कर रहा है कि जब कोई देखने वाला और करवाई करने वाला न हो तो सरकारी पैसों का इसी तरह दुरुपयोग किया जाता है। गांव के लोगों ने बताया कि जलडेगा के ठेकदारों ने वर्ष 2020 में पुलिया का निर्माण कराया था। लेकिन अधिकारियों की मिलिभत के कारण तीन वर्ष बाद भी ठेकेदारों ने पुल निर्माण का कार्य पूरा नही किया। कार्य शुरू होने के बाद से कार्यस्थल में अभी तक बोर्ड नही लगने से  ग्रामीणों को ये भी नही पता कि ये पुलिया किस विभाग से बनाया गया है, ग्रामीणों का आरोप है कि पुल जहां बनना था वहां नही बनाया गया, साथ ही निर्माण के बाद अभी तक उसमे मिट्टी तक नहीं भरा गया है। नतीजा आज यह पुल ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगों को इस पुल से कोई फायदा नही हो रहा है। गलत जगह में पुल निर्माण करने और मिट्टी नही भरने से मरीजों को स्वास्थ्य उप केंद्र तक पहुंचना मुश्किल हो जा रहा है। उक्त रोड में एक मोटरसाइकिल भी बहुत मुश्किल से पार हो रही है। मामले की जानकारी के लिए जब हमने एनआरईपी के जेई ऋषभ कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि मीडिया के मामले से जानकारी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा की मिट्टी भराई का काम गुरुवार से शुरू हो जायेगा। वहीं उन्हीं बताया की अभिकर्ता ब्रजेश कुमार के माध्यम से जलडेगा के स्थानीय ठेकेदार द्वारा काम कराया गया था। तीन साल तक इस तरह अधूरा काम कर के छोड़ देना ठेकदार की लापरवाही को दर्शाता है।

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