श्रीराम जन्मभूमि से आए हुए पूजित अक्षत कलश का रामरेखा धाम में विहिप के द्वारा किया गया पूजन

1 जनवरी से घर-घर जाकर दिया जाएगा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा हेतु निमंत्रण

सिमडेगा:रविवार को प्रभु श्रीरामलला के भव्य मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आगाज श्रीरामरेखा धाम से शुरुआत किया गया।इस निमित्त  पूजीत अक्षत कलश को धूमधाम से बाजे गाजे के साथ विश्व हिन्दू परिषद् के द्वारा श्रीरामरेखा धाम ले जाया गया ।जहाँ सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में अक्षत ,आमंत्रण कलश सहित प्रभु श्रीरामजानकी, हनुमान , भगवान भोलेनाथ, जगरनाथ जी और राधाकृष्ण जी के विग्रहों का पूजन किया गया।सर्वप्रथम प्रभु श्रीराम के चरणों में पूजीत अक्षत आमंत्रण देकर उनके समक्ष प्राण प्रतिष्ठा के निमित्त सर्व कार्य सिद्धि के लिए अनुग्रह पत्र पढ़ा गया। विश्व हिन्दू परिषद् से धाम के विकास समिति के पदाधिकारीयों ने प्रतिनिधि स्वरूप अक्षत आमंत्रण लिया।इसके साथ ही रविवार से सिमडेगा जिले के प्रत्येक धर्मस्थल, मठ मंदिर और सरना में पूजीत अक्षत कलश का भ्रमण कराया जायेगा और पूजन कर समस्त देवी देवताओं का पूजन आह्वान कर प्राण प्रतिष्ठा के सर्व कार्यसिद्धि हेतु कामना की जायेगी। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् के जिलाध्यक्ष  कौशलराज सिंहदेव ने कहा आज बहुत ही हर्ष का समय है की प्रभु श्रीराम जिस जगह वनवास काल में चातुर्मास बिताकर गए हैं ।आज हम उस पवित्र जगह अयोध्या धाम से पूजीत अक्षत लेकर आये हैं।आज से 22 जनवरी तक पुरे जिले में पूर्ण उत्साह और हर्षोल्लास के साथ प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाया जायेगा।लगभग पांच सौ वर्षों के वनवास रूपी समय के बाद रामलला 22 जनवरी को अपने घर को अपने महल को जायेंगे और विराजेंगे। इन विगत वर्षों में लाखों बलिदान और कितने ही रूकावटों के बाद आज हम और हमारी पीढ़ी कितनी भाग्यशाली है की अपने प्रभु को उनके मंदिर में विराजते हुए अपनी आँखों से देखेंगे।यह अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की विजय है।अधर्मी और अहंकारी चाहे कितना भी बड़ा हो पर धर्म और सत्य के आगे घुटने टेक ही देता है उसकी हार ही होती है।प्रभु श्रीराम के जन्मभूमि में उनके मंदिर को कितने ही अधर्मी, अहंकारीयों ने तोड़ा पर जीत आखिर में हम सनातनियों की ही हुई।उन्होंने सभी को अपने अंदर रामत्व जगाकर रामराज्य रूपी समाज का निर्माण करने की बात कही। उन्होंने सबको संगठित रहकर विधर्मियो से मुकाबला करने की बात कही ताकि भविष्य में कभी कोई विधर्मी हमारे धर्मस्थलों को आँख उठाकर भी ना देखे।इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्त्ता और श्री रामरेखा धाम विकास समिति के पदाधिकारी के साथ सैकड़ों श्रद्धालू उपस्थित थे। कार्यक्रम के बाद सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।

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