सिमडेगा :- उपायुक्त सिमडेगा सुशांत गौरव की अध्यक्षता में जिला स्थापना समिति की बैठक का आयोजन हुआ। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत नियुक्ति प्रक्रिया की समीक्षा की। कुल 6 पदों के विरूद्ध 13 रिक्त पदों पर आवेदन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 22 जनवरी 2022 किया गया। जिला के वेबसाईट पर नियुक्ति से संबंधित जानकारी देखी जा सकती है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना अन्तर्गत जिला कार्यक्रम समन्वयक पद के एकल बहाली प्रक्रिया पर भी चर्चा की गई। बहाली हेतु सूचना जारी करने की बात कही। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अन्तर्गत प्रखण्ड स्तरीय पद पर दो रिक्त पदों हेतु प्रखण्ड वास समन्वयक की नियुक्ति प्रक्रिया की समीक्षा की गई। आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 27 जनवरी 2022 तक है। जिला बाल संरक्षण इकाई सिमडेगा में रिक्त दो पदों के विरूद्ध तीन नियुक्ति एवं जिला बाल सम्प्रेक्षण गृह में दो पदों पर नियुक्ति की जानी है। आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 27 जनवरी 2022 तक है।
कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय में योगदान नहीं देने वाले शिक्षक, शिक्षिकाओं के स्थान पर प्रतीक्षा सूची में से मेधा क्रम के आधार पर नियुक्त करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। रिक्त पदों के बहाली के संदर्भ में विभाग को पत्राचार करने की बात कही। पंचायत सचिव के एसीपी, एमएसीपी के एक मामले के प्रस्ताव को स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया। अनुसेवकों के सेवा सम्पुष्टि के कुल चार मामले पर समीक्षा की गई। स्क्रीनिंग समिति के द्वारा विभिन्न विभागों, कार्यालयों से सेवा सम्पुष्टि हेतु प्राप्त प्रस्ताव एवं सेवापुस्त की जांच की गई। जांचोपरान्त निर्धारित प्रक्रिया के तहत् नियमानुसार मो0 हसन, मंजू अलका केरकेट्टा, किन्दा रानी कुजूर एवं पदमिनी देवी कर्मियों का सेवा सम्पुष्टि करने का अनुशंसा किया गया। माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक, शिक्षिकाओं की सेवा सम्पुष्टि का मामला एवं कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की शिक्षिका एवं रसोईया का बिना सूचना लंबी अवधि से अनुपस्थित रहने के मामले की समीक्षा की गई। पारा शिक्षकों के वेतन एवं योगदान से संबंधित मामले पर ग्राम सभा के माध्यम से अनुशंसा कराएं तथा उक्त अनुशंसा का ग्राम शिक्षा समिति से इसकी पुष्टि करा लेने की बात कही। इसके अलावे स्थापना से संबंधित अन्य मामले पर समीक्षा की गई।
समिति के बैठक में चर्चा की गई कि प्रायः ऐसा देखा जाता है कि पशुमालिकों के द्वारा अपने पशुओं को आवारा छोड़ दिया जाता है, जिससे आए दिन आम नागरिकों के साथ सड़क दुर्घटना एवं कृषकों तथा आम-जनता के फसलों की बर्बादी होने संबंधी सूचना प्राप्त हो रही है। यह एक गंभीर मामला है। समिति के द्वारा निर्णय लिया गया कि नगर परिषद् क्षेत्र अन्तर्गत इस प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर तीन सदस्यीय टीम के द्वारा आवारा पशुओं को गौशाला में अपने कब्जे में रखना सुनिश्चित करेंगे। अंचल क्षेत्रों में संबंधित अंचल अधिकारी अंचल स्तर पर उपयुक्त स्थान चिन्हित करते हुए पशुओं को कब्जे में रखना सुनिश्चित करेंगे और पशुमालिकों से पशुओं के उपर व्यय किए गए राशि का हर्जाना लेने की बात कही। यदि एक सप्ताह के अन्दर पशुमालिक अपने पशुओं को प्राप्त करने नहीं आएं तो नीलामी निकाल कर पशुधन की बिक्री करते हुए पशुधन पर किए गए व्यय का खर्च निकालेंगे, जिससे आवारा पशुओं से सड़क दुर्घटना एवं फसल बर्बादी पर रोक लगायी जा सके। बैठक में अपर समाहर्ता, अनुमण्डल पदाधिकारी, स्थापना उप समाहर्ता व विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थें।
