सिमडेगा कांग्रेस के द्वारा स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के सामने चुनावी बांड सार्वजनिक करने को लेकर दिया धरना

एसबीआई का इस्तेमाल बीजेपी वित्तीय अनियमिताओं और काले धन के स्रोत को छिपाने के लिए किया:नमन विक्सल कोंमगाडी

सिमडेगा: सिमडेगा कांग्रेस कमेटी के द्वारा गुरुवार को स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के सामने चुनावी बांड की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने को लेकर धरना प्रदर्शन किया इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष कृष्णा नाग एवम फ्रांसिस बिलुंग ने की।कार्यक्रम को कोलेबिरा विधायक नमन विकसल कोंगाडी , दिलीप तिर्की एवम अनूप लकड़ा ने संबोधित किया।कोलेबिरा के विधायक ने कहा  भारतीय जनता पार्टी  के दबाब में  स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा ने  सुप्रीम कोर्ट की भी आज्ञा का अवहेलना कर रही है ।उन्होंने कहा सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में भाजपा की चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक मानते हुए उसे पर रोक लगा दी थी।अदालत ने राजनीतिक दलों को इस योजना के तहत प्राप्त दान का खुलासा करने का निर्देश दिया ,साथ ही भारतीय स्टेट बैंक को चुनावी चंदे की पूरी जानकारी 6 मार्च 2024 से पहले सार्वजनिक करने और चुनाव आयोग को सौंपने का निर्देश दिया है। इस फैसले का देश भर में काले धन के खिलाफ निर्णायक कदम के तौर पर व्यापक स्वागत किया गया ,परंतु चुनावी बांड योजना की प्राथमिक लाभार्थी होने के नाते भाजपा को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद असुविधा का सामना करना पड़ रहा है ।2017 में चुनावी बांड योजना की शुरुआत के बाद से राजनीतिक दलों को सामूहिक रूप से 2112000 करोड़ रूपया से अधिक प्राप्त हुए जिसमे  भाजपा को 86566.11 करोड़ रूपया प्राप्त हुआ ,जो की कुल राशि का 55% है। स्पष्ट रूप से भाजपा दानदाताओं के बारे में जानकारी सार्वजनिक होने के बाद चुनिंदा कॉरपोरेट के साथ अपने संबंधों के संभावित जोखिम को लेकर चिंतित है।यह स्पष्ट रूप से प्रतीत होता है कि मोदी सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक पर जानकारी साझा न करने का दबाव डाला है एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दायर किया जिसमें विवरण साझा करने के लिए 30 जून 2024 तक विस्तार की मांग की गई ।विधायक ने कहा चुनावी बांड की विवरण साझा करने में देरी संदिग्ध है, क्योंकि देश के सबसे बड़े और पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत बैंक को चुनावी बॉन्ड के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए 5 महीने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए इससे यह पता चलता है कि एसबीआई का इस्तेमाल बीजेपी की वित्तीय अनियमिताओं और काले धन के स्रोत को छिपाने के लिए किया जा रहा है। देश की जनता  जान चुकी है कि किस तरह से सरकारी एजेंसियों और संस्थानों पर दबाव डालकर सच्चाई को छुपाया जा रहा है। इस पैसे से राज्य सरकारें को अपदस्थ एवम विधायक सांसद खरीद कर इस पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है । उन्होंने कहा जनता जानना चाहती है कि एक राजनीतिक दल और एक सरकारी बैंक मिलकर देश के उच्चतम न्यायालय के अदालती फैसलों का अवमानना की जा रही है ।सवाल ये भी उठ रहा है कि देश की जनता को लोकसभा चुनाव  से पूर्व यह जानने का अधिकार है कि  किंस राजनैतिक दल को कितना रुपया चुनावी बांड के रूप में कितना मिला हैं। उस पैसे का  उपयोग किंस तरह से किया गया है धरना कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस महासचिव पुष्पा कुल्लू ,प्रदेश सचिव नॉमिता बा, पीसीसी डेलिगेट्स प्रदीप केशरी , कौशल किशोर रोहिल्ला ,रणधीर रंजन , संतोष सिंह, रावेल लकड़ा, बिनय तिग्गा, सुनील मिंज,  नवीन बिरेन तिर्की, शशि गुड़िया ,कालू मिंया, महताब आलम, जमीर खान , जमीर अहमद, अक्षण खान,  सचिन हेरेंज,  शकील अहमद, डॉ इम्तियाज,   शशि मिंज, शीला देवी  एवम अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे 

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