यह कौन है सिंघम आईपीएस जो जंगलों और शहरों में खोज खोज कर नक्सलियों और अपराधियों को जेल का हवा खिलाने वाले. बीएसएफ से आए इतनी कम उम्र में आईपीएस अपने नाम कई रिकॉर्ड कर चुके हैं. इनकी मूंछ और स्टाइल देखकर बॉलीवुड के हीरो भी इनके सामने कुछ भी नहीं है. अपनों पर जितना प्यार लुटाता है ,उतना ही अपराधियों और नक्सलियों को खून के आंसू रुलाते हैं .इनका नाम है आईपीएस के विजय शंकर. झारखंड के पलामू जिले में अपराधियों और नक्सलियों का दबदबा माना जाता था. खूंखार नक्सली या अपराधी रातों-रात कई लोगों को जान लेते थे.लेकिन अब ये अपराधियों और नक्सलियों को शिकार बना रहे हैं. आईपीएस के विजय शंकर झारखंड के सबसे तेज और काबिल ऑफिसर में से माने जाते हैं .यह रात में कभी हाफ पेंट तो लूंगी पहनकर बाइक से जंगलों में ऑपरेशन करने निकल जाते हैं .हाल के दिनों में ये काला लूंगी और काला टीशर्ट पहनकर एक नक्सली को जंगल में एनकाउंटर कर मार गिराया था. इनकी दबंगता देखकर लोग रियल सिंघम हीरो मानते हैं. यह हमेशा लोगों की सुर्खियों में रहने वाला आईपीएस के विजय शंकर एके-47 लेकर गस्त की सोशल मीडिया पर भी सामने आते रहते हैं .इनका मूंछ देखकर लोग सिंघम हीरो से ऊपर मानते हैं .कहा यह भी जाता है कि नक्सलियों और अपराधी इन्हें काल भैरव विजय के नाम से बुला ते है .ये जिस जंगल में जाते हैं. उस जंगल में या तो नक्सली घुटने टेक देते हैं या तो जंगल छोड़कर भाग जाते हैं. पलामू जिले में कई नक्सलियों और अपराधियों को पकड़ चुके हैं .के विजय शंकर मेदनीनगर सदर एसडीपीओ का कमान संभाले हुए हैं .के विजय शंकर तमिलनाडु के रहने वाले हैं. इनके पिताजी भी आईपीएस ऑफिसर थे और हरियाणा में डीजीपी भी रह चुके हैं. इनका पहचान दबंग और दमदार ऑफिसर के रूप में होता है. अपने कामों के अलावा अपने दबंग स्टाइल के कारण हमेशा सुर्ख़ियों में रहते हैं. अपने पिताजी को देख बचपन से सपना आईपीएस बनने का था. इसीलिए तो गरीबों को अपने सैलरी के पैसे से कभी-कभी पैसे भी दे देते हैं .इंस्टाग्राम और टि्वटर पर फोटो भी शेयर करते रहते हैं जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होता है .लाखों लोग इनका चाहने वाले हैं. के विजय को फुटबॉल और बाइक चलाना इनका बहुत शौक है.अक्सर यह फुटबॉल और ड्राइव की फोटो भी शेयर करते हैं. हाल के दिनों में अंतर राज्य फुटबॉल में पलामू पुलिस के तरफ से फुटबॉल खेले थे. आईपीएस के विजय के पिता हरियाणा के डीजीपी भी रह चुके हैं .इनके एक भाई कोबरा कमांडो में अच्छे ऑफिसर में गिनती गिने जाते हैं और ये एक बहन अपने साथ रख कर खुद आईपीएस की तैयारी भी करा रहे हैं. इनकी अच्छे काम देख कर झारखंड सरकार भी इन पर खुश है।
