आजादी का अमृत महोत्सव के तहत झारखंड में नाबार्ड का योगदान पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

ठेठईटांगर:आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन सहभागी विकास प्रशिक्षण केंद्र टुकुपानी के सभागार में शनिवार को जिला विकास प्रबन्धक, नाबार्ड, सिमडेगा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में निलेश कुमार,  डीडीएम, नाबार्ड, एस के चौधरी, जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक,  एसए मिंज निदेशक आरसेटी, मनीष एकका शाखा प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया दिनेश कुमार शाखा प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया ठेठईटांगर, अमित खलखो शाखा प्रबंधक ग्रामीण विकास बैंक, विनीता बाड़ा बैंक ऑफ इंडिया सिमडेगा,  अवधेश कुमार सचिव सहभागी विकास सिमडेगा तथा एल ई डी पी के प्रशिक्षणार्थी टुकुपानी पंचायत के महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों की मुख्य उपस्थिति रही। कार्यशाला का उदघाटन डीडीएम, नाबार्ड की अगवाई में अतिथियों के द्वारा संयुक्त रुप से किया गया।कार्यक्रम का परिचय देते हुए डीडीएम नाबार्ड ने बतलाया कि आज़ादी के 75वीं सालगिरह के उपलक्ष्य मे नाबार्ड द्वारा देश भर मे मनाई जा रही अमृत महात्सव के एक कड़ी के रूप मे सिमडेगा जिले में भी आयोजित की गई है। डीडीएम नाबार्ड ने आगे चर्चा करते हुए 12 जुलाई 1982 को  नाबार्ड के स्थापना से लेकर अब तक देश के ग्रामीण व कृषि विकास के दिशा मे सम्पन्न किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दिया। 40 साल के विकास यात्रा मे पुनर्वितिय कार्यक्रम के अलावा किसान क्लब निर्माण कार्यक्रम, स्वयं सहायता समूह निर्माण कार्यक्रम, जल छाजन कार्यक्रम, ग्रामीण आधारभूतसंरचना विकास निधि के संचालन, किसान क्रेडिट कार्ड के अवधारण के विकास, आदिवासी विकास कार्यक्रम, इंटरेस्ट सब्सिडि कार्यक्रम, जाइंट लियाबिलिटी ग्रुप निर्माण कार्यक्रम, वित्तीय समावेशन के विविध कार्यक्रम, एसएचजी महिलाओं के आजीविका विकास के विविध कार्यक्रमों, एफ़पीओ निर्माण,  शक्ति जैसे अनेक कार्यक्रमों के साथ एनआईडीए, डबल्यूआईएफ़, डीआईडीएफ़, एलटीआईएफ़, एमआईएफ़, एएचआईडीएफ़, एफ़आईडीएफ़, एफ़पीएफ़, इत्यादि निधि के संदर्भ मे ग्रामीण व आधारभूत संरचना के विकास मे नाबार्ड द्वारा चलाये जा रहे कार्यो से लोगो को अवगत कराया। साथ ही आत्म निर्भर कार्यक्रम के तहत एआईएफ़ निधि के तहत और सीएसएस एफ़पीओ के निर्माण के दिशा मे किए जा रहे कार्यक्रमों की भी जानकारी दी गई।उन्होंने सिमडेगा मे नाबार्ड द्वारा वर्तमान मे संचालित विविध कार्यक्रमों जल छाजन विकास कार्यक्रम, कृषक उत्पादक समूह का निर्माण, आजीविका विकास कार्यक्रम, आदिवासी विकास कार्यक्रम के अतिरिक्त आरआईडीएफ़ के तहत सड़क, पल, सिंचाई संरचना, पेय जल संरचना, आदि परियोजना से श्रोतायों को अवगत कराया।कार्यक्रम  मे नाबार्ड द्वारा ग्रामीण विकास के निमित्त देश भर में किए गए कार्यक्रमों की सफलता के कुछ उदाहरण को विडियो के माध्यम से दिखलाया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती कमला कुल्लू ,महादेव सिंह ,काशीनाथ साय, बरनार्ड मिंज की मुख्य भूमिका रही।

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