गुमला:कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग झारखंड सरकार की तरफ से झारखंड राज्य फसल राहत योजना लागू किया गया है। प्रत्येक वर्ष कभी सूखा तो कभी अतिवृष्टि के कारण किसानों को काफी नुकसान होता है। इस नुकसान की भरपाई के लिए झारखंड सरकार फसल राहत योजना चालू की है। इस निमित्त उपायुक्त गुमला के निर्देशानुसार प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ शिशिर कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रखंड चैनपुर के सभागार में बैठक रखी गई। बैठक में प्रखंड एवं पंचायत स्तर में समन्वय समिति बनाकर किसानों को लाभ देने की प्रक्रिया बनाई गई है । प्रखंड चैनपुर में प्रखंड स्तरीय समन्वय समिति गठित कर लिया गया है जिसका अध्यक्ष अंचल अधिकारी चैनपुर तथा सदस्य के रूप में अंचल निरीक्षक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक, ग्राम पंचायत पर्यवेक्षक को रखा गया है जिसमें प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को प्रखंड स्तरीय नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया ।इसी तरह पंचायत स्तरीय समन्वय समिति का भी गठन कर लिया गया है जिसमें उक्त पंचायत की मुखिया अध्यक्ष होंगे तथा सदस्य के रूप में सभी ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव ,एटीएम, बीटीएम, हल्का कर्मचारी, लैंप्स या पैक्स के अध्यक्ष या सचिव एवं जनसेवक हैं जिसमें पंचायत सचिव को पंचायत स्तरीय नोडल बनाया गया है। बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया कि चैनपुर प्रखंड अंतर्गत सभी किसानों का निबंधन कराया जाएगा जिसमें किसान अपनी भूमि पर स्वयं कृषि करते हैं या गैर रैयत किसान जो अन्य रैयत की भूमि पर कृषि करते हैं जो किसान झारखंड राज्य के निवासी हैं जिनकी आयु 18 वर्ष अधिक हो जिस किसान के पास में आधार नंबर हो तथा किसानों के पास कम से कम 10 डिसमिल और अधिकतम 5 एकड़ की भूमि के लिए निबंधन करना है। यह योजना किसानों के लिए स्वैच्छिक होगी। योजना के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, महिला, आदिम जनजाति के किसानों को विशेष ध्यान देकर निबंधन करने का निर्देश दिया गया । पंचायत के समन्वय समिति को निर्देश दिया गया कि अधिक से अधिक किसानों को निबंधन कराया जाए। बैठक में गौतम कुमार अंचल अधिकारी, हीरालाल साहू प्रखंड कृषि पदाधिकारी, शाहिद अनवर अंचल निरीक्षक, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी रामकुमार यादव सहित सभी जनसेवक, पंचायत सेवक, राजस्व उपनिरीक्षक एवं मुखिया उपस्थित थे।
