गुमला:कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी द्वारा राजनीतिक दुराग्रह एवं प्रतिशोध के मातहत पूछताछ के लिए समन किये जाने के विरोध में आज देशभर के सभी जिला मुख्यालयों में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। इससे पहले 21जुलाई को सभी राज्यों की राजधानी में ईडी कार्यालय का घेराव और सत्याग्रह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। झारखण्ड के सभी 24 जिलों में ईडी की पक्षपात पूर्ण कार्रवाई के खिलाफ आज धरना दिया गया एवं कांग्रेस अध्यक्ष देश की सर्वमान्य नेता सोनिया गांधी के साथ सामूहिकता के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई है।

संगठन सशक्तीकरण अभियान के संयोजक आलोक कुमार दूबे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आज गुमला पहुंचे। जहां जिलाध्यक्ष समेत अन्य पार्टी कार्यकर्त्ताओं ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।इस मौके पर आलोक कुमार दूबे ने कहा कि ‘नेशनल हेराल्ड’ के राष्ट्रवादी लेखों की वजह से अंग्रेजी हुकूमत ने इस अखबार को कई सालों के लिए बैन कर दिया था। आज मोदी सरकार भी उसी राह पर चलकर उससे जुड़े लोगों को परेशान कर रही है। इस अखबार की स्थापना पंडित जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे राष्ट्रवादियों ने की। उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट में चल रही नेशनल हेराल्ड और एजेएल के द्वारा ऋण चुकाना संभव नहीं था, इसलिए कर्ज को इक्विटी शेयरों में बदलकर यंग इंडियन नामक ‘नॉट-फॉर-प्राफिट; कंपनी को आवंटित किया गया। पैसा का पूरा हिसाब कांग्रेस पार्टी पहले ही दे चुकी है। आर्थिक घाटे में चल रही नेशनल हेराल्ड की देनदारियों के भुगतान के लिए 2002 से लेकर 2011 के बीच 100 किस्तों में 90 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया था। अब कर्ज देना भी गलत कैसे हो सकता है।जबकि नेशनल हेराल्ड मामले में पूरी सच्चाई वह इससे जुड़े मामले 7 वर्ष पूर्व ही समाप्त हो चुके हैं,फिर गड़े मुर्दे उखाड़कर केन्द्र सरकार महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है।आलोक कुमार दूबे ने कहा कि यह देश का पहला उदाहरण है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा एक रुपये भी लेने या देने का कोई मामला नहीं बनता है, फिर भी मनी का लौंड्रिंग है,दुराग्रह और राजनीति से प्रेरित ईडी की कार्रवाई सभी को चौंकाने वाली है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस भी इसी तरह की कार्रवाई करती, तो आज प्रधानमंत्री समेत बीजेपी के कई नेता जेल के सलाखों के पीछे चक्की पीस रहे होते।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के निर्देशानुसार आज सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया गया। साथ ही कल जिस तरह से राज्य मुख्यालय में ईडी कार्यालय के घेराव को पार्टी कार्यकर्त्ताओं के सामूहिक नेतृत्व ने सफल बनाया था, उसे लेकर सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।आलोक दूबे ने कहा केन्द्र सरकार द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि ईडी के समक्ष कल प्रश्नों का जवाब देते हुए सोनिया गांधी ने 25 जुलाई का समय मांगा था लेकिन सच्चाई अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने स्पष्ट किया है कि सोनिया गांधी ने सभी प्रश्नों का उत्तर भी दिया और कहा रात 9 बजे तक मैं बैठ सकती हूं,लेकिन ईडी ने कहा कि आप जा सकती हैं,आपके जवाब मिल चुके हैं।बैठक की अध्यक्षता करते हुए गुमला जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रौशन बरुवा ने कहा देश में महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी ने देश के युवाओं के भविष्य पर ग्रहण लगा दिया है, अर्थव्यवस्था और जीडीपी निरंतर गिरती जा रही है ,विधायकों को करोड़ों रुपये में खरीदे जा रहे हैं जिसकी मुखालफत हमारे नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी कर रहे हैं जिसकी सजा केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही है। उन्होंने कहा लोकतांत्रिक तरीके से हमारा सत्याग्रह और विरोध जारी रहेगा।वरीय उपाध्यक्ष रमेश कुमार चीनी ने कहा एक वो दौर था जब संवैधानिक संस्थाओं के प्रति आमजनों में आदर, सम्मान और प्रतिष्ठा के भाव हुआ करते थे लेकिन आज लोगों में संवैधानिक संस्थाओं को लेकर नफरत और आक्रोश पनप रहा है जिसका नतीजा है कि हमारी संस्थायें और लोकतंत्र कमजोर हो रही हैं,हम अपने नेता सोनिया गांधी के लिए भाजपा से हर चुनौतियों का सामना करने को तैयार हैं।जिला वरीय कांग्रेस उपाध्यक्ष मानिक चंद साहू के नेतृत्व में धरना समाप्ति के उपरांत कांग्रेसियों ने उपायुक्त के माध्यम से महामहिम के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
सभा का संचालन गुमला जिला कांग्रेस कमिटी के महासचिव मुरली मनोहर प्रसाद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष चुमनु उरांव ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश महिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष बॉबी भगत, पूर्व जिला युवा अध्यक्ष राजनील तिग्गा,जिला युवा अध्यक्ष आजाद अंसारी, खालिद शाह, कलाम आलम, मो बबलू, शाहजंहा अंशरी, अरुण गुप्ता, रामनिवास प्रसाद,रोहित उरांव, निशांत दुबे,जय सिंह, भैयाराम उरांव, खुदी भगत, अनिल साहू, मो मुंतजिर, अमर प्रदीप कुजूर,मुकुट बाखला,अरुण पांडेय,गुलाम सरवर,सहदुल मंसूरी,मंगलेश्वर बा,वीरेंद्र साहू,जफर इकबाल,रोहित एक्का, अमित साहू, राजेन्द्र बड़ाइक, निम्रोध एक्का के साथ अन्य कांग्रेसी सामिल थे।