सिमडेगा:जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखंडों में शुक्रवार को अनंत चतुर्दशी का पर्व गुरुवार को मनाया गया। मंदिरों में आचार्य ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ अनंत स्वरूप में भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कराई। वहीं भगवान अनंत की कथा सुनाई। इसके बाद क्षीर सागर का मंथन कराया गया।आरती के बाद भक्तों ने 14 गांठों वाले अनंत स्वरूप धागे को अपने बाहों में धारण किया और प्रसाद ग्रहण किया। वहीं थाना स्थित हनुमान मंदिर में पंडित सोमनाथ मिश्र ने विधि-विधान पूर्वक भगवान अनंत की पूजा अर्चना कराई। मौके पर आसपास के मुहल्ले से बड़ी संख्या में लोग इस पूजन में शामिल हुए। इसके अलावा घर-घर में भी अनंत देव की पूजा की गई।केरसई मुख्यालय स्थित बजरंगबली मंदिर में श्रद्धा भाव से अनंत पूजा की गयी।

अनंत पूजन की कथा पुजारी देवशंकर झा के कही। लोगों ने उपवास रहकर सर्व कल्याण की कामना की। किधर तामड़ा स्थित देवी मंदिर प्रांगण में भी सामूहिक रूप से गांव के ग्रामीणों ने मिलकर भगवान अनंत की पूजा की इस मौके पर विश्वनाथ मिश्रा के द्वारा विधि विधान के साथ सभी प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान पूरा करवाते हुए छीर सागर का मंथन करवाया। वह इसके अलावा सिमडेगा के गुलजार गली, नीचे बाजार ,ठाकुर टोली ,सलडेगा,सहित कोलेबिरा, जलडेगा ,बानो कुरडेग,ठेठईटांगर, बोलबा आदि जगहों पर अनंत चतुर्दशी के मौके पर सभी जगहों पर आस्था एवं भक्ति भाव के साथ पूजा करते हुए सभी लोगों ने 14 गांठ के अनंत सूत्र अपने हाथों पर बांधा ।मान्यता है कि अनन्त पूजा करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि के साथ साथ सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।