तस्वीर जलडेगा प्रखंड के चिक टोली का है, जलडेगा प्रखंड मुख्यालय मुख्य गेट के पास से आर सी प्राथमिक विद्यालय पतिअम्बा तक सड़क, पीसीसी, पुलिया और गार्डवाल निर्माण का काम चल रहा है। जहां गुरुवार को मुंशी सत्येन्द्र यादव की उपस्थित में काम कराया जा रहा था जिसमें एक बालश्रम के रुप में 14वर्षीय बच्ची भी काम रही थी, जो मूलतः सरायकेला खरसावां जिले की छोटाबांडी कुदडीह की रहने वाली है। जिसका नाम सोनदारी नाग, पिता का नाम इंदर नाग है। मौके पर उपस्थित मुंशी द्वारा कहा गया कि ठेकेदार जाने किससे काम करवाना हैं। यही नहीं कार्यस्थल पर कार्य से संबंधित सुचना पट्ट भी नहीं लगा गया है जिससे यह भी पता नही चल पाया की ये निर्माण कार्य किस विभाग से और कितनी लागत पर की जा रही है।

महिला मजदूर को 250 और पुरुष को 300 रुपए दिया जा रहा है मजदूरी
काम करने वालों मजदूरों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनसे साढ़े सात से आठ घंटा काम लिया जा रहा है। साथ ही उनके साथ भेद भाव भी किया जा रहा है। ठेकेदार महिला मजदूरों को 250 रुपए और पुरुष मजदूरों को 300 रुपए दे रहा है। मुंशी यादव ने कहा मजदूरी के कहे अनुसार ऐ मजदूरी तय की गई है विभागीय मजदूरी दर पता नहीं है।

कार्यस्थल में बिना बोर्ड लगाए ही शुरू हो गया काम
कार्यस्थल पर मौजूद मुंशी से योजना बोर्ड के विषय में पूछा गया तो मुंशी ने कहा की इंजीनियर ने कहा है कि काम खत्म होने के बाद एक छोटा सा बोर्ड लगा दिया जायेगा। काम कर मजदूरों ने कहा पत्थर का काम करवाया जा रहा है लेकिन संवेदक मजदूरों के सुरक्षा को लेकर कोई सुविधा नही है। ठेकेदार ने प्राथमिक उपचार के लिए किसी प्रकार की कोई भी सुविधा कार्यस्थल में उपलब्ध नहीं कराई है।

एक नंबर का काम में दो नंबर का बालू और पत्थर का हो रहा उपयोग
लाखों की लागत से बन रहे इस निर्माण कार्य में नियमों को ताक में रखकर काम करवाया जा रहा है। निर्माण कार्य में खेत और नालों के पथरीले और मिट्टीयुक्त बालू एवं अनसाईज पत्थल का उपयोग किया जा रहा है। और सभी बालू अवैध रूप से गिराया जा रहा है।