जलडेगा:जलडेगा बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों द्वारा ग्राहकों को परेशान करना आम बात हो गया है। बैंक आफ इंडिया जलडेगा के ग्राहक दिन महिनों से नहीं बल्की सालों साल से ही बैंक से परेशान हैं। सैकड़ों ग्राहक ऐसे हैं जो बंद खाता को पुनः चालू कराने के लिए महीनों से चक्कर काट रहे हैं। सोमवार को बुधवा मडकी पतिअम्बा नायकटोली निवासी नामक एक खाताधारी ने बताया कि उसका खाता बंद हो गया है खाता पुनः चालू कराने के लिए कागजात भरकर विगत चार दिनों से बैंक के चक्कर काट रहा हूं। जब भी कागजात लेकर बैंक जाता हूं गलत है कहकर वापस कर दिया जाता है, मैं अनपढ़ हूं सही गलत कैसे जान पाऊंगा, पीड़ित बुधवा ने कहा कि उसके बैंक खाते में हाथी क्षतिपूर्ति मुआवजा की राशि आया है। पैसे के अभाव में क्षतिग्रस्त घर में दिन बीत रहा है, बच्चे बड़े हो गए हैं शादी ब्याह भी करना है। वहीं मनोज नाग कोनमेरला निवासी ने कहा कि नौ साल पुराना खाता धारक हूं 2014 का पासबुक ओपनिंग है लेकिन आज तक एक भी अपडेट नहीं किया गया बैंक ना बारकोड दे रही है ना ही कभी खाता अपडेट करती है। मनरेगा के तहत मजदुरी राशि मिला है किस खाते में गया पता नहीं चल रहा है। रामप्रकाश चमार बलडेगा गंझूटोली निवासी ने बताया एक साल से पासबुक के लिए बैंक के चक्कर काट रहा हूं अभी तक पासबुक नहीं मिला है।पासबुक नहीं हो ने के कारण मेरा मनरेगा में खाता फ्रिज नहीं हो पाया है।
