सिमडेगा में हुआ बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम कार्यशाला का आयोजन

सिमडेगा:-महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग झारखंड सरकार के दिशा निर्देश पर जिला समाज कल्याण शाखा, सिमडेगा के तत्वावधान में बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम से संबंधित जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।समाज कल्याण पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद सिंह ने  उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक का बुके देकर स्वागत किया।उपायुक्त आर. राॅनीटा, पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनीष कुमार सिंह, एसडीपीओ  डेविड ए डोडो राय, राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि उपेंद्र श्रीवास्तव, कोलेबिरा विधायक प्रतिनिधि समी आलम, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं अन्य द्वारा सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।कार्यशाला के दौरान बाल विवाह निषेध अधिनियम से संबंधित जागरूकता हेतु  महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारियां दी गई।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त आर. रॉनीटा ने कहा कि बाल विवाह एक ऐसा अपराध है जो प्रगतिशील समाज की अवधारणा का हनन करती है।

बाल विवाह में दोनों पक्ष अर्थात दूल्हा, 21 वर्ष एवं दुल्हन, 18 वर्ष या लड़का, 21 वर्ष एवं लड़की 18 वर्ष की आयु पूरी नहीं कर चुके होते हैं। देश की कानून व्यवस्था ने बाल विवाह को एक जघन्य अपराध माना है। यदि कोई 18 वर्ष से अधिक वर्ष का पुरुष अगर बाल विवाह करेगा तो उसे 2 वर्ष का कारावास तथा एक लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। इस प्रकार की गतिविधियों को संपन्न कराने वाले प्रत्येक लोग, संगठन, एनजीओ के ऊपर भी दंडात्मक कार्रवाई हो सकती है।इस कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त महोदया ने अपने संबोधन में कहा कि सिमडेगा जिला के सभी सरकारी विभागों, एनजीओ एवं जनप्रतिनिधियों को बाल विवाह जैसी कुरीतियों को जड़ से मिटाने के लिए आपसी समन्वय के साथ-साथ सामूहिक प्रयास का होना अपरिहार्य है।वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकरटांड जिला परिषद सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि देश में बाल विवाह के खिलाफ कानून बने हैं और समय के अनुसार उसमें लगातार संशोधन कर उसे ओर प्रभावशाली बनाया गया है। फिर भी बाल विवाह लगातार हो रहे हैं। अगर सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद देश में बाल विवाह जैसी कुप्रथा का अन्त नही हो पा रहा है, तो इस असफलता के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि बाल विवाह एक सामाजिक समस्या है और इसका निदान सामाजिक जागरूकता से ही सम्भव हो सकेगा।कार्यक्रम में अन्य गणमान्य के रूप में सिमडेगा प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार रजक, प्रखर सामाजिक कार्यकर्ता एवं समाज सुधारक अगुस्तिना सोरेंग, जिप सदस्य जोसिमा खाखा, जिला समाज कल्याण और जिला बाल संरक्षण इकाई के कर्मी एवं आंगनबाड़ी सेविकाएं उपस्थित थे।

Related posts

Leave a Comment