जामादोहर गांव में वन अधिकार  कानून के तहत ग्रामीणों के साथ हुई बैठक

सिमडेगा-सदर प्रखंड के गरजा पंचायत अंतर्गत जामादोहर राजस्व ग्राम में वनाधिकार कानून 2006 के तहत झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जनसंगठन के बैनर तले वनपालन समिति की बैठक सैहुन केरकेट्टा की अध्यक्षता में किया गया।इस बैठक में झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जनसंगठन एवं ग्राम सभा मंच के मीडिया प्रभारी खुशीराम कुमार को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर खुशीराम कुमार ने कहा कि अनूसूचित क्षेत्र अन्तर्गत आने वाला सभी प्रकार का गैरमजरूआ जमीन,सी एन टी एक्ट1908,पेसा कानून 1996,पंचायती राज अधिनियम 2001एवं वन अधिकार अधिनियम 2006 में पूर्वजों के दखलकारों को ग्रामसभा के अनुशंसा पर पट्टा देने का प्रावधान है।किन्तु पूर्व की सरकार अपने पूंजीपतियों को देने के उद्देश्य से लैंड बैंक बना कर सभी गैरमजरूआ जमीन को उसमें डाल दिया।जो ग्रामसभा के अधिकार का हनन है। लेकिन दुर्भाग्य वर्तमान सरकार भी लैंड बैंकिंग को रद्द करने की पहल नहीं कर रही है।जल जंगल जमीन हमें विरासत में मिली है इसलिए हमें इनकी रक्षा करना होगा,साथ ही साथ जंगलों का सदुपयोग करते हुए जंगलों के खर पतवार से जैविक खाद बनाने की विधि को जानना होगा और जैविक खाद का उपयोग अपने खेत टांड में करना होगा। क्योंकि रासायनिक खादों के उपयोग करने के कारण हमें तरह तरह की बीमारियों से ग्रसित होना पड़ रहा है।धन्यवाद ज्ञापन जोन बारला ने किया। इस बैठक सिलास डुंगडुंग,अब्राहम टेटे, जुलयुस केरकेट्टा, जकेरियास डुंगडुंग, पवन कुल्लु, दुलार टेटे, एमानुएल डुंगडुंग, बसन्त कुल्लु, प्रेमदान डुंगडुंग,चार्लस बारला, अशोक डुंगडुंग, दिलीप केरकेट्टा, संजय बघवार, प्रदीप बा, रावेल डुंगडुंग, संजय एक्का कुसुम बघवार, आनंदित बा, रेणुका एक्का, जीवन्ति सोरेंग, बसंती डुंगडुंग,जोशना डुंगडुंग सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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