ठेठईटांगर:प्रखण्ड के मेरोमडेगा पंचायत अंतर्गत मेरोमडेगा राजस्व ग्राम के गिरजा टोली, महुआ टोली, बरटोली, बईर टोली,भादरा टोली, नागड़ा टोली, पूरब टोली, पहार टोली,जाम टोली के लोग आम बैठक कोविड की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए शुक्रवार को झारखण्ड जंगल बचाओ आंदोलन संगठन सह जिलास्तरीय ग्राम सभा संगठन के मीडिया प्रभारी खुशीराम कुमार को पर्यावरण बचाओ संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया गया। इस बिशेष अवसर पर खुशीराम कुमार ने कहा कि वनाधिकार कानून 2006 में जंगल का उपयोग करने एवं प्रबंधन करने का अधिकार ग्राम सभा को है। इसलिए आदिवासियों कम अन्य परंपरागत वन निवासियों की देखरेख में आज भी हमारा हमारी भाषा और संस्कृति जंगलों के पेड़ पौधों एवं जंगली जानवरों के साथ साथ जंगली जीव जंतुओं से मिलती है। हमारे पूर्वजों के संघर्ष और बलिदान से आज तक हमारी जंगल बची हुई है इसलिए हमारा भी फर्ज बनता है कि हमें भी जंगलों को बचा कर रखना है जिससे कि हमारे आने वाली पीढ़ियों को भी लाभ मिले। जंगल हमारी भाषा संस्कृति के साथ साथ जीविका का भी मूल संसाधन है।इसलिये हम सब को प्रकृति को बचाने के लिए पेड़ों की कटाई को रोकना होगा। साथ ही आगे हमें अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होने की जरूरत है।हमारा क्षेत्र पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र है यहाँ पेसा कानून लागू है,पेसा कानून 1996 के तहत ग्राम सभा को जो अधिकार दिया गया है उसे भी हमें समझने और जानने की जरूरत है।चूंकि हम कानून की जानकारी नहीं रखते हैं इसलिए हमारे लोग ठगे जाते हैं और शोषित एवं अधिकारों से भी वंचित होते हैं।मौके पर सोहानी केरकेट्टा, सुषमा केरकेट्टा विनीता केरकेट्टा ओमिका सोरेंग मिनी देवी, सीता देवी,नीलिमा केरकेट्टा बहलेंन केरकेटा, सुचिता कुल्लु, अलेकसिया लुगुन, दीपक लकड़ा, विजय माँझी शाहरु लोहरा, एलिजाबेथ बिलुंग, शोभा सोरेंग सरन केरकेट्टा,सुमरैय कुल्लू,बुधो देवी,दयामनी कुल्लुसुरेश सोरेंग, रोयान कुल्लु सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
