डीएसई ने महिला से कहा तुम आदिवासी के आदिवासी ही रहोगी समझोगी नहीं जाने माजरा


लोहरदगा- सदर प्रखंड जोरी पंचायत अंतर्गत ग्राम कुटमू
जेलखाना की आसरिता उरांव माता रजनी उरांव पिता रामेसर उरांव की पुत्री राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुटमू लोहरदगा से लोहरदगा जवाहर नवोदय विद्यालय जोगना के लिये वर्ग छठा क्लास में नामांकन के लिए परीक्षा पास की लेकिन शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश चौधरी द्वारा विद्यालय त्याग प्रमाण पत्र पर काउंटर हसताक्षर नहीं करने के कारण छात्रा का अभी तक नामांकन नहीं हो पाया।गार्जियन से पता चला कि इसकी शिकायत उपायुक्त लोहरदगा को दिया तो उन्होंने तुरंत शिक्षा पदाधिकारी लोहरदगा को जन्म तिथि में सुधार करके छात्रा का नामांकन करने का निर्देश दिया गया उसके बावजूद भी शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इस आवेदन पर कोई सुधार का गति नजर नहीं आया। उसके बाद छात्रा की माता शिक्षा पदाधिकारी के ऑफिस में गई और बच्चे को नामांकन की बात कहीं तो उन्होंने कहा कि आपकी बच्ची के चलते मेरा नौकरी खतरे में नहीं डालूंगा और आप आदिवासी महिला समझने को तैयार नहीं है जबकि मैं डॉ रामेश्वर उरांव लोहरदगा विधानसभा के विधायक, मंत्री को और उपायुक्त महोदय लोहरदगा को समझा दिया और तुम आदिवासी के आदिवासी ही रहोगी समझ में नहीं आता अगर दोबारा मेरे ऑफिस में आई तो बच्ची को और आपके ऊपर ऐसा केस करूंगा की दुबारा शिक्षक ग्रहण करने के बारे में सोच भी नहीं सकती हैं। इसकी जानकारी होने पर झारखंड पार्टी जिला अध्यक्ष पवन तिग्गा ने उक्त परिवार से मिला और उनकी समस्याएं सुनी। कहा कि उपायुक्त के आदेश के बावजूद डीएसई ने उनकी नहीं सुनी है। डीएसई की मनमानी बढ़ गई है और एक आदिवासी महिला से ऐसा दुर्व्यवहार किया जो कि शिक्षा पदाधिकारी को शोभा नहीं देता है। कहा कि ऐसे भ्रष्ट शिक्षा पदाधिकारी पर कानूनी करवाई किया जाए ताकि इस तरह से दुस्साहस और किसी गार्जियन के साथ ना हो। मौके पर राजेंद्र लोहरा, मनोज उरांव, सुनीता उरांव, यशोदा देवी, लक्ष्मण मुंडा, अर्जुन उरांव आदि मौजूद थे।

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