जलडेगा:विद्युत विभाग की मनमानी से इन दिनों जिले के अधिकांश उपभोक्ता खासे परेशान हैं। कई कई महीने तक मीटर रीडिंग नहीं हो रही है। इसके बाद भी अनाप शनाप बिजली बिल भेजा रहा रहा है। सुधार के लिए उपभोक्ता बिजली ऑफिस के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। उपभोक्ताओं को आफिस पहुंचने पर जिम्मेदार अधिकारी के नहीं मिलने से खासी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का काम होना तो दूर कार्यालयों में कोई उनका दुखड़ा सुनने वाला तक नहीं मिल रहा। बिजली बिल में गड़बड़ी की उपभोक्ताओं की यह परेशानी लंबे समय से बनी हुई है। ऐसे ही एक मामला जलडेगा प्रखंड से जुड़ा है। जहां मनमाने बिजली बिल को लेकर उपभोक्ता प्रदीप सिंह कंज्यूमर नंबर 25093 ने दिनांक 15.12.2021 को आयोजित आपकी योजना -आपकी सरकार -आपके द्वार कार्यक्रम में लिखित आवेदन देकर बिल सुधार करने का आग्रह किया, पूरे एक वर्ष बीत जाने के बाद भी जब उनका बिल सुधार नहीं हुआ तो उन्होंने पुनः दिनांक 11.11.2022 सरकार आपके द्वार द्वितीय चरण में लिखित आवेदन देकर बिल सुधार करने को कहा। इसके बाद भी विभाग ने उपभोक्ता का बिल सुधार नहीं किया। यहीं नहीं पीड़ित ने जलडेगा पंचायत भवन में दिनांक 12.02.2023 को आयोजित ऊर्जा मेला में जेई अरुण तिग्गा को भी आवेदन की कॉपी देकर उनसे भी बिल सुधार करने की गुहार लगाई थी, लेकिन जेई ने भी उपभोक्ता को ठेंगा दिखा दिया, हर बार आश्वाशन देकर पीड़ित को गुमराह किया जा रहा है। पीड़ित ने बताया कि वे कई बार सिमडेगा और कोलेबिरा बिजली विभाग कार्यकाय का चक्कर लगा चुके हैं। कोलेबिरा जाने से विभाग के कर्मी ये कह कर भगा देते हैं कि बिल सुधार का काम सिमडेगा में होगा, और सिमडेगा जाने से कहा जाता है की कोलेबिरा से ही सुधार होगा हमलोग कुछ नहीं कर सकते हैं। आवेदन देने के लगभग दो वर्ष बीत जाने के बाद भी पीड़ित का बिल नही सुधार करने से पीड़ित चिंतित है। उनका कहना है कि विभाग के कई दावों के बावजूद व्यवस्था में सुधार नजर नहीं आ रहा है। बिजली का बिल में लगातार गलत रीडिंग बिजली बिल ज्यादा की शिकायत लेकर उपभोक्ता बिजली आफिस पहुंच रहें, लेकिन उनकी समस्या सुनने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं है सब सरकार का वेतन ले कर आराम फरमा रहे हैं। पीड़ित ने कहा की अगर उनका बिल सुधार नहीं होगा तो वे उपभोक्ता फोरम में बिजली विभाग के नाम पर केस करेंगे।
