कांग्रेस पर आयकर विभाग ने “डिफाल्टर” होने के कारण राष्ट्रहित में नकेल कसा

भारतीय जनता पार्टी सिमडेगा जिला द्वारा भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाइक के नेतृत्व में महत्वपूर्ण प्रेस- वार्ता का आयोजन हुआ। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने प्रेस वार्ता की संबोधित करते हुए बताया की कांग्रेस ने आयकर मामले में अपने खाते फ्रिज होने की तुलना देश में लोकतंत्र की हत्या से की है, जो की बेहद शर्मनाक है। कांग्रेस घोटालेबाज पार्टी है जो अपने घोटाले पकड़े जाने पर केंद्र सरकार आयकर विभाग और भाजपा को कटघरे में खड़ा करके झूठी बातें करती है लेकिन न्यायालय में अपने बचाव पक्ष के लिए दलील पेश नहीं कर पाती है। पूर्व मंत्री ने बताया कि कांग्रेस के कार्यकर्ता इस मामले को लेकर जनता को बरगलाने में जुटे हैं लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि आयकर विभाग ने डिफाल्टर होने के कारण कांग्रेस की बकाया टैक्स राशि 115 करोड रुपए के प्रयोग पर रोक लगाई है, न कि बैंक अकाउंट को फ्रिज किया है। एक और कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि उनके पास ट्रेन में आने जाने का पैसा नहीं है, जबकि उनके नेता राहुल गांधी स्वयं चार्टर्ड प्लेन में घूम रहे हैं। सारे प्रावधानों की जानकारी होने के बावजूद भी कांग्रेस ने 14 लख रुपए नगद चंदा लिया। 105 करोड रुपए का टैक्स बकाया होने के बावजूद मात्र 2.5 करोड़ रुपए जमा कराया। कांग्रेस ने उसे समय कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है। क्योंकि कांग्रेस इस बात से सहमत थी कि 105 करोड रुपए का आयकर वैध है। कांग्रेस ने आयकर मामले में हर न्यायालय और ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्हें हर जगह मुंह की खानी पड़ी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के कई बैंक खाता संचालित हैं और कांग्रेस के पास एक से अधिक पैन कार्ड भी है। एक से अधिक पैन कार्ड होना स्वयं कांग्रेस के संविधान के विरुद्ध है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा की भारत के हर नागरिक और संस्था को सभी आयकर नियम मानने होते है फिर राहुल गांधी और सोनिया गांधी खुद को संविधान से ऊपर क्यों समझते हैं यह जनता को समझने की जरूरत है ।