सिमडेगा:भाजपा जिला मंत्री सह लोकसभा पालक तुलसी कुमार साहू ने जिस महिला की स्थिति गंभीर बात कर रेफर किया गया था उसकी अस्पताल के गेट पर नॉर्मल प्रसव’ पर कहा कि सदर अस्पताल सिमडेगा के गेट पर जमीन में बच्चे को जन्म देना सदर अस्पताल प्रबंधन और सदर अस्पताल की विधि व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। क्या चिकित्सक के द्वारा महिला को एडमिट करके जांच नहीं किया जा सकता था और उसके बाद यदि समझ में नहीं आता तो रिम्स रेफर कर दिया जाता ।परंतु बिना जांच किए क्रिटिकल बताकर रेफर कर देना गरीबों के भावना के साथ खिलवाड़ करने जैसी है। समाज ने तो डॉक्टर को भगवान के बाद दूसरा स्थान दिया है ।परंतु चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी को शायद इसकी समझ नहीं है। सरकार वेतन देती है आम पब्लिक का सेवा करने के लिए और अगर उसकी सेवा ही नहीं हो तो इन लोगों को सरकार का वेतन लेने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा उपायुक्त से मांग करता हूं कि उस दिन जो डॉक्टर ड्यूटी में थे और जितने भी चिकित्सा कर्मी थे उन पर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो। एक ओर सरकार बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की दावा करती है वहीं दूसरी और एंबुलेंस की व्यवस्था करने में परिजनों को मुश्किल का सामना करता है करना पड़ता है यह कैसी व्यवस्था है।

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