झामुमो के बागी विधायक बसंत लौंगा के ऊपर बड़ी करवाई छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित

सिमडेगा:झारखंड मुक्ति मोर्चा के द्वारा अब बागियों के ऊपर कार्रवाई करना शुरू कर दी है खूंटी लोकसभा संसदीय क्षेत्र के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के खाते से कालीचरण मुंडा खड़े हैं तो वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा से पूर्व विधायक रहे बसंत लौंगा बागी होते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में खड़े हैं, जिसे देखते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष दिसंबर गुरु शिबू सोरेन के निर्देश पर झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय की ओर से शनिवार को जारी निष्कासन आदेश में कहा गया है कि विभिन्न जन संवाद और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि बसंत लौंगा खूंटी लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनका यह कदम गठबंधन धर्म के नियम के खिलाफ बताया गया है। यह भी देखा जा रहा है कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं को भ्रमित कर रहे हैं।

कोलेबिरा से झामुमो के विधायक रह चुके

ज्ञात हो कि खूंटी संसदीय सीट पर इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस की ओर से कालीचरण मुंडा मैदान में हैं। कालीचरण मुंडा के नामांकन में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी शामिल हुए थे। गठबंधन को दरकिनार कर चुनाव लड़ रहे बसंत कुमार लौंगा पर झामुमो ने कार्रवाई की है। बसंत कुमार लोंगा वर्ष 1995 से 2000 तक कोलेबिरा से झामुमो के विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में जेएमएम केंद्रीय समिति के सदस्य हैं। इतना ही नहीं वर्ष 2002 से लेकर 2014 तक सबसे लंबे समय तक वह सिमडेगा झामुमो जिला समिति के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं।

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