कृषि विज्ञान केन्द्र बानो पहुंच इन्टीग्रेटेड फार्मिंग का उपायुक्त ने किया निरीक्षण

सिमडेगा:- उपायुक्त सुशांत गौरव ने बानो प्रखण्ड का भ्रमण करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण किया। कृषि विज्ञान केन्द्र पहुंच, इन्टीग्रेटेड फार्मिंग को डेवलोप करने की दिशा में किये जा रहे कार्यो का निरीक्षण किया। पूर्व के तुलना में होने वाले प्रगति पर नराजगी व्यक्त की। केभीके के वैज्ञानिकों को जिले में रहकर जिले के किसानों को समेकित कृषि की दिशा में उत्प्रेरित एवं वैज्ञानिक विधि को किसान के खेत तक धरातल पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उपस्थित कृषि वैज्ञानिक को 4 से 5 साल लगातार कृषि के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने की बात कही। आने वाले समय में जिले के हर एक खेत में सालो भर कृषि कार्य को बढ़ावा स्थानीय ग्रामीण दें, और ग्रामीण जन कृषि कार्य से अपनी आजीविका को बेहतर तरीके से निर्वह्न कर सकें, इस ओर सेवा भाव से एक्चुअल ग्रास लेबल पर कार्य करने की दिशा में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दियें। उन्होने कहा कि तालाब जिर्णोद्धार के साथ-साथ सुकर एवं बत्तख पालन योजना के पद्धति को केभीके में जल्द डेवलोप करने का निर्देश दिया। पोर्टेबल एवं आरसीसी हैचरी शुरू करने को कहा। कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि से संबंधित कार्यशाला आयोजन सहित किसानों का आना-जना केन्द्र में हो, इस ओर ध्यान देने की बात कही। केभीके में सरसो एवं रहढ़ की खेती व्यापक रूप से की गई है, जिसका उपायुक्त ने जायजा लिया। सरसों के पौधे में अंकूरित सरसों के दानों का अवलोकन किया। वैज्ञनिक से फसल बुलाई से संबंधित आवश्यक जानकारी प्राप्त की। कहा कि किसान के खेत में मिट्टी के गुणवता के आधार पर किसान खेती करें, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हो, से संबंधित खेत की मिट्टी का जांच कर ग्रामीणों को जागरूक करने साथ हीं मिट्टी जांच रिर्पोट के अनुसार खेत में फसल की बुलाई कराने की बात कही। जिले में धान फसल के अलावे भी अन्य फसलों की उपज क्वालिटी बेहतर मानी जाती है, जिसका उपज कर अधिक आय प्राप्त की जा सकती है। 70 हजार मिट्टी जांच किया जाना है। उपायुक्त ने 15 मार्च तक इन्टीग्रेटेड फार्मिंग के मॉडल को विकसित करने का निर्देश दिया। इसके अलावे उपायुक्त ने केभीके के वैज्ञानिकों एवं आत्मा के पदाधिकारियों को डेवलोपमेन्ट की दिशा में महत्वपूर्ण निर्देश दियें।

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