सिमडेगा:- सिमडेगा जिले में लगातार तीन वर्षों से हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है हाथियों के आतंक के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग काफी भय के माहौल में जी रहे हैं हाथियों के झुंड के द्वारा लोगों के घरों को तोड़ने के साथ-साथ उन में रखे सामान एवं फसलों को भी नष्ट कर दे रहे हैं और कभी-कभी तो लोगों को पटक कर जान भी ले ले रहे जिससे लोगों में भय का माहौल है और लोगों ने लंबे समय से क्षेत्र से जंगली हाथियों का आतंक को समाप्त करते हुए क्षेत्र से हाथी भगाने के लिए विभाग से अपील किया था इन्हीं सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए सिमडेगा वन विभाग की ओर से उड़ीसा में आयोजित बैठक में विशेषज्ञों को सिमडेगा जिले में प्रशिक्षण देने के लिए अपील किया था जिसके मद्देनजर शनिवार को सिमडेगा वन विभाग कार्यालय में जिले के वन कर्मी वन सुरक्षा का प्रबंधन समिति के पदार्थों को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में जंगली हाथियों के उत्पात से बचाने के लिए उड़ीसा से आए विशेषज्ञ के द्वारा जानकारी दी गई। विशेषज्ञ ने बताया कि हाथियों को बेवजह छेड़छाड़ करने की आवश्यकता नहीं है ऐसे में वह काफी उग्र होते हैं और लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि हाथी 25 वर्षों तक चीजों को याद रखता है ऐसे में अगर उसके साथ गलत हुआ हो तो वह बदला लेती है इसलिए हाथी को किसी भी कीमत में छेड़छाड़ करने की आवश्यकता नहीं है गांव में शराब का कारोबार पूरी तरह से बंद रखें एवं मादक वस्तुओं को भी दूर रखने की आवश्यकता है जिससे कि हाथी उन चीजों से आकर्षित ना हो साथ में प्रशिक्षण देते हुए बताया कि जब भी अगर गांव में कभी हाथी का आगमन होता हो तो केले के पत्ते में गोबर के उपले बनाकर उस पर मिर्ची को दबाते हुए घर के चारों ओर एक 1 फीट की दूरी पर रखने से घर में हाथियों का हमला नहीं होता है इसके अलावा कई अलग-अलग प्रकार के भी उन्होंने हाथी भगाने से संबंधित छोटे एवं सस्ते उपायों के बारे में जानकारी दी साथ ही कहा इन सभी उपायों को कर के क्षेत्र में हाथियों को पूरी तरह से शांत किया जा सकेगा। मौके पर डीएफओ अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों का प्रकोप जिस प्रकार से बढ़ा है ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है हाथियों के द्वारा लोगों के जानमाल का नुकसान करते हैं ।ऐसे में हमारे द्वारा विशेष विशेषज्ञों को बुलाकर हाथी से बचाव के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का काम किया जा रहा है ताकि सिमडेगा जिले के क्षेत्रों से हाथी के प्रकोप को कम किया जा सके। इस दौरान समिति के सभी आए हुए सदस्यों को टी-शर्ट कैप एवं थैला भी वितरण किया गया ।इस मौके पर डीएफओ के अलावा वन क्षेत्र पदाधिकारी सिमडेगा शंभू शरण चौधरी, वन क्षेत्र पदाधिकारी कोलेबिरा, सहित वन विभाग के अग्रपंथी के वनकर्मी ग्राम सभा सुरक्षा सह प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य तथा हाथी भगाओ समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य उपस्थित रहे।
