विहिप ठेठईटांगर ने उर्दू भाषा को क्षेत्रीय भाषा से हटाने को लेकर राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

ठेठईटांगर:- विश्व हिंदू परिषद क्षेत्र टांगर की अगुवाई में बुधवार को झारखंड सरकार द्वारा सिमडेगा के क्षेत्रीय भाषा के रूप में उर्दू को सूचीबद्ध किया है जिसे हटाने को लेकर राज्यपाल के नाम पर प्रखंड विकास पदाधिकारी पंकज कुमार के कार्यालय में जाकर ज्ञापन सौंपा। मौके पर विहिप के मंत्री सुबोध महतो ने कहा झारखंड सरकार द्वारा प्रांत के सभी जिलों में मैट्रिक तथा इंटरमीडिएट स्तर की प्रतियोगिता परीक्षा में उर्दू भाषा को क्षेत्रीय भाषा के रूप में रखा है जो असंवैधानिक है झारखंड के सभी जिलों में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा अपने-अपने क्षेत्र प्राचीन परंपरा भाषा होती है अतः झारखंड में क्षेत्रीय भाषा के रूप में नागपुरी ,खोरठा कुरमाली, कुरुख, मुंडारी ,खड़िया, पंचपरगानिया शामिल है ऐसे में झारखंड सरकार तुष्टिकरण की राजनीति के तहत इस प्रकार का क्षेत्रीय भाषा के रूप में स्थान दिया है ताकि व्यक्ति विशेष को संतुष्ट कर सके। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से इस क्षेत्र से क्षेत्रीय भाषा के रूप में उर्दू को हटाने को लेकर राज्यपाल से मांग किया है मौके पर
विहिप मंत्री सुबोध महतो ,सह मंत्री श्रवण सेनापति, दिनेश बड़ाईक ,शैलेश कुमार ,अविनाश बड़ाईक ,एडिसन केरकेट्टा ,अखिल भारतीय विकाश परिषद सिमडेगा जिला संयोजक ,नरेंद्र बड़ाईक सांसद प्रतिनिधि ठेठईटांगर शामिल थे।

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