सिमडेगा:- जिले में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन हुआ। उपायुक्त आर. रॉनीटा ने सूचना भवन में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में भाग लिया। उपायुक्त ने जिलेवासियों को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। महिला के कार्य परिणाम का सम्मान करें। उन्होने कहा कि महिला के अधिकार व सम्मान को लेकर सभी को मिलकर कार्य करना है। महिला की सुरक्षा के लिए कई कानून बनाये गये है, लोगों को इसकी जानकारी एवं लाभ सही तरीके से मिले इस पर सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए। महिला गर्भवती होती है तब से समाज कल्याण की टीम स्वास्थ्य सेवा से जुड़ जाती है, बच्चे के जन्म से पहले और जन्म के बाद बच्चे का स्वास्थ्य ख्याल की देख-भाल करते है, इस कार्य में सबसे ज्यादा भागीदारी है। उन्होने कहा कि कोविड महामारी में भी महिला सशक्तिकरण का महत्वपूण योगदान रहा। समाज कल्याण, हेल्थ विभाग की टीम वेक्सीनेशन हो या घर-घर सर्वे का कार्य हो इसमें बेहतर प्रदर्शन रहा है। महिलाओं की भुमिकाओं का सम्मान करना चाहिए। समाज के निर्माण में महिलाओं का महत्वपूर्ण भुमिका है। उन्होने कहा कि जिले से डायन कुप्रथा सहित नशापान, हड़िया-दारू बेचने की जो आदत है, ये सब दूर करने का आज संकल्प लें। बेटा और बेटी में अन्तर नहीं करना है। बेटी और बेटा में अन्तर नहीं हैं दोनों को समान अधिकार मिलनी चाहिए। महिला के विरूद्ध जो भी अन्याय हो रहें है, उसके विरूद्ध मिलकर लड़ेंगे। महिलाओं के अधिकार के प्रति सजग होने के लिए सभी प्रयास करेंगे। कहीं पर दिक्कत हो, उस पर त्वरित संज्ञान लें। अधीक्षक बाल सम्प्रेक्षण गृह सपना सन्यासी, महिला पर्यवेक्षिका श्रीमती पुष्पा देवी, महिला मेट, तेजस्वनी समन्वयक, जेएसएलपीएस की दो दीदी, सेविका अनिता विना मिंज, भारती शिखर, कुसमावती देवी सहित कुल 8 सेविकाओं को सम्मान करते हुये प्रशस्ति पत्र दिया गया।
