सरकार ने कहा रांची के सिठियो से कर्रा, कामडारा, सिमडेगा होते हुए ओडि़शा के संबलुपर तक बनेगा फोर लेन

सिमडेगा:-विधायक भूषण बाड़ा ने विधानसभा सत्र में रांची से कर्रा, कामडारा, सिमडेगा होते हुए ओड़िसा के राउरकेला तक जाने वाली सड़क को फ़ॉर लेन बनवाने की मांग की है। विधायक ने कहा है कि छह लाख की आबादी वाले सिमडेगावासी एक स्थान से दूसरे स्थानों तक जाने के लिए सड़कों पर ही आश्रित है। सड़कों के माध्यम से ही यहां के लोग एक शहर से दूसरे शहरों में आवागमन करते हैं। रांची से सिमडेगा जिला मुख्यालय होते हुए राउरकेला सीमा तक एक सड़क है और इसी सड़क से रोजाना हजारों ट्रक, टेलर, डम्फर जैसे बड़े वाहने गुजरती है। इसके अलावे इसी सड़क से हजारों यात्री बस, ऑटो, बाइक, साइकिल भी गुजरती है। लेकिन इस सड़क की चौड़ाई भी कम है। चौड़ाई कम होने के कारण हर दिन रांची से राउरकेला के बीच इस सड़क में बड़ी दुर्घटना घटते रहती है और साल सैंकड़ों लोगों की मौत भी होती है। इस सड़क में कोलेबिरा घाटी, जलेबी घाटी, केरियर घाटी जैसी कई बड़ी बड़ी घाटियां जंगलों के बीच मे स्थित है। जहां हमेशा बड़े वाहन फंसते रहती है। साथ ही कई बार बीच सड़क में ही अनियंत्रित होकर पलट भी जाती है। जिस कारण घंटो जाम की समस्या होते रहती है। इस स्थानों में जाम होते ही जिले का अन्य शहरों से सम्पर्क कट जाता है। विधायक ने कहा कि ओडिशा सरकार द्वारा इस सड़क को राउरकेला से झारखण्ड के बॉर्डर इलाके तक फ़ॉर लेन बना रही है। अगर झाखण्ड सरकार भी इस सड़क को फ़ॉर लेन बना देती है तो न सिर्फ सिमडेगा वासियों के लिए बल्कि दक्षिण भारत जाने का भी यह रास्ता सबसे आसान बन सकता है। विधायक द्वारा सरकार से मांग किए जाने पर सरकार द्वारा बताया गया कि यह सड़क फोर लेन निर्माण के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। साथ ही यह पथ रांची-संबलपुर इकोनॉमी कॉरिडोर का हिस्सा है। जो रांची रिंग रोड के सिठियो से शुरु होकर कर्रा,कामडारा, सिमडेगा को जाड़ते हुए ओडि़शा सीमा तक जाएगी। वर्तमान में यह परियोजना डीआरपी स्टेज में है तथा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय द्वारा ग्रीनफील्ड एलीजमेंट की स्वीकृति भी की गई है। इस प्रास्तावित पथ की कुल लंबाई 119 किमी है एवं इसकी अनुमानित लागत 3587 करोड़ है।