जलडेगा:- प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बारिश का पानी सहेजने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट के लिए टैंक बनाए गए हैं। जल संचयन के लिए जो टैंक बनाए गए हैं वो सभी खुले पड़े हैं। ये टैंक खुले पड़े हैं। जो बच्चे, बुजुर्गों के साथ साथ जानवरों के लिए खतरा है। यहां प्रतिदिन आधार कार्ड बनाने के लिए काफी संख्या में अभिभावक और उनके बच्चे आते हैं। इसे में टैंक खुले होने से खेलते समय बच्चों के गिरने से चोट लगने का डर बना रहता है। टैंकों की ओर से जाने से बच्चों को हर समय रोकना पड़ता है। टैंक की हालत इतनी खराब कि प्रथम दृष्टया में कोई नहीं समझ पाएगा की ये जल संचयन का टैंक है। बता दें कि कार्यालय के आद पास नियमित साफ सफाई नहीं होने के कारण टैंक में जंगली झाड़ियां उग आई है। यही नहीं टैंक में इतना पानी भरा है कि उसे छोटा डोभा का रूप देना गलत नहीं होगा। दूषित जल के जमाव से पूरे कार्यालय क्षेत्र में मच्छर का प्रकोप भी बढ़ गया है। हैरानी तो तब होती है जब इन छोटी छोटी चीजों से भी अधिकारियों को अवगत कराना पड़े। जिन कार्यालयों से अधूरे पीएम आवास बनाने वालों को नोटिस दी जाती है, मनरेगा में अधूरे काम करने पर जुर्माना भरवाया जाता है, अधूरा शौचालय बनाने पर उसे दंडित करने के लिए प्रेसर दिया जाता है। उस कार्यालय के जिम्मेदार लोगों को क्या यह नहीं दिखता की उनके खुद के कार्यालय के पास ही पानी से लबालब भरा टैंक मौत का गड्ढा बना हुआ है।

