सिमडेगा: कोर्ट फीस में बढ़ोत्तरी किए जाने के विरोध में बार ऐसोसिएशन सिमडेगा के सदस्यों ने सोमवार को न्यायालय परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। विरोध कर रहे वकीलों का कहना था कि राज्य सरकार की ओर से कोर्ट फीस में की गयी बढ़ोत्तरी एकदम न्यायसंगत नहीं है। इससे केवल जनता पर बोझ बढ़ेगा। वकीलों का कहना था कि सरकार खुद को गरीबों के हित में काम करने का ढिंढोरा पीटती है, परंतु सबसे ज्यादा शोषण जनता का ही करती है। विरोध जता रहे वकीलों का कहना था कि सरकार जनता के हित को देखते हुए फीस बढ़ोत्तरी के फैसले को वापस ले। अगर सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती है तो आगे चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। बार एसोसिएशन सिमडेगा के अध्यक्ष बसंत प्रसाद ने कहा कि सिमडेगा आदिवासी मूलवासी सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोग मुकदमे से संबंधित मामले को लेकर आते हैं ऐसे में कोर्ट के द्वारा जिस प्रकार फीस की बढ़ोतरी की है ऐसे में उनके ऊपर ज्यादा परेशानी बढ़ेगी और कहा कि अब फैसला पूरी तरह से गलत है इसे तत्काल वापस लेनी चाहिए जिससे कि लोगों को राहत हो। मौके पर बार एसोसिएशन के सभी वकील उपस्थित रहे
