बिजली गुल होते ही अंधेरे में रहने को विवश हो जाती हैं जलडेगा कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं

जलडेगा:-कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जलडेगा में बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं रहने से लगभग 350 छात्राएं रात को अंधेरे में रहते हैं। राष्ट्रीय नवीन मेल को नाम नही लिखने के शर्त पर कुछ छात्राओं ने बताया था कि आवासीय विद्यालय होकर भी यहां पूर्ण सुविधा नहीं दी जाती है। दिन के उजाले को किसी तरह पार कर लेने के बाद रात के समय बिजली गुल होते ही पूरा छात्रावास अंधेरा छा जाता है। लड़कियां अपने घर से टॉर्च और इमरजेंसी लाइट के सहारे पढ़ाई करते हैं। लड़कियों के अनुसार पहले लाइट जाने पर जेनरेटर तो चलता था लेकिन अब वो भी नही चलता है। छत पर लगाए गए बड़े बड़े सोलर पैनल सिर्फ दिखावा साबित हो रहा है। वहीं स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों ने अंधेरे में सांप और जहरीले कीड़े मकौड़े का भी डर बताया।इस मामले पर जब स्कूल की वार्डन सीमा लकड़ा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बच्चों द्वारा की गई शिकायत सही है। यहां बिजली गुल होने पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी महीनो पहले जिले में मौखिक रूप से दी गई है लेकिन अभी तक किसी अधिकारी ने इस पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं किया है। वहीं अंधेरे के कारण मुख्य गेट के पास लगे सीसीटीवी कैमरा भी काम नही करता है।

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