सिमडेगा:-झारखंड सरकार के मुख्य उपसचेतक सह विधायक भूषण बाड़ा और उनकी धर्मपत्नी सह जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने आधुनिकता के इस दौर में विलुप्त हो रही भाषा संस्कृति को एवं मानव तस्करी पर रोक लगाने के लिए सराहनीय पहल किया है। सोमवार को विधायक भूषण बाड़ा और उनकी पत्नी ने पाकरटांड़ के दीपावली महिला ग्रुप को एक ढोलक, ढपली, ड्रेस, चुन्नी दिया। साथ ही समूह की महिलाओं को पाकरटांड़ के अंतिम गांवों में जाकर लोगों को मानव तस्करी, पलायन, अंधविश्वास, नशापान, झाड़-फूंक, मॉब लिंचिग, बाल मजदूरी आदि के बारे जारुकत करने का निर्देश दिया। वहीं महिलाओं को महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरुक करने की भी अपील की। विधायक भूषण बाड़ा और जिप सदस्य जोसिमा खाखा द्वारा क्षेत्र की महिलाओं को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरुक करने की जिम्मेवारी दिए जाने से यह पहल क्षेत्र में मानव तस्करी रोकने एवं पलायन रोकने में कारगर साबित होगा। इससे आने वाले दिनों में क्षेत्र के लोगों में जागरुकता आएगी। इसका बेहतर रिजल्ट मौके पर कांग्रेस नेता अजित लकड़ा, डेविड तिर्की सहित महिला समूह की उर्मिला देवी, उर्मिला मुंडा, इंदुमती किड़ो, उज्रमती देवी, यशोदा देवी, हेमवती, कुल्लू, सरिता डुंगडुंग, मोजेसता कुल्लू आदि उपस्थित थे।

महिलाएं खुद ढोलक और ढपली बजाकर करेंगी जागरुक
विधायक ने ढोलक और ढपली देते हुए महिलाओं को गांवों में जाकर बिलुप्त हो रही भाषा सांस्कृति को भी बचाने के लिए जागरुक करने का निर्देश दिया। महिलाओं ने बताया कि उनकी टीम में शामिल कई महिलाएं ढोलक एवं ढपली बजाती है। उन्होंने कहा कि वो लोग स्वयं ढोलक और ढपली बजाते हुए नक्कड़ नाटक के माध्यम से क्षेत्र में जागरुकता फैलाएंगे।
जागरुकता से ही रोका जा सकता है अंधविश्वास व पलायन: विधायक भूषण बाड़ा
विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि जागरुकता अभियान चलाकर मानव तस्करी, डायन कूप्रथा, अंधविश्वास जैसी कुरितीयों को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि सिमडेगा जिले से अंधविश्वास, मानव तस्करी, पलायन, नशापान को पुरी तरह से खत्म करना है। वहीं जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि ग्रामीण नुक्कड़ नाटक टीम का सहयोग करें। साथ ही नाटक के माध्यम से दी जाने वाली जानकारी को आसपास के लोगों में भी साझा करें। ताकि अधिक से अधिक लोगों तक जागरुकता का यह संदेश पहुंचाया जा सके।