सिमडेगा: सोमवार को कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी ने झारखण्ड विधानसभा के सदन पटल पर आदिवासी एवं मूलवासियों की चीर परिचित मांग को रखा। विधायक ने अनूसूचित क्षेत्र अन्तर्गत आने वाला सभी प्रकार का गैरमजरूआ जमीन सी एन टी एक्ट1908,पेसा कानून 1996 , पंचायती राज अधिनियम 2001,एवं वन अधिकार अधिनियम 2006 में पूर्वजों के दखलकारों को ग्रामसभा के अनुशंसा पर पट्टा देने का प्रावधान है। किन्तु पूर्व की भाजपा सरकार अपने पूंजीपतियों को देने के उद्देश्य से लैंड बैंक बना कर सभी गैरमजरूआ जमीन को उसमें डाल दिया।जो ग्रामसभा के अधिकार का हनन है। इसलिए लैंड बैंकिंग को रद्द करते हुए ग्रामसभा के अनुशंसा पर पूर्वजों के दखलकारों को उपरांकित कानून के प्रावधानों को मजबूती प्रदान करते हुए वन पट्टा दिया जाए।
