सिमडेगा:स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार के निर्देश पर 102 शिक्षकों को विद्यालय के आरोग्य दूतों के रूप में पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दिया जा रहा है।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षकों द्वारा भारत सरकार एवं झारखंड सरकार कि प्रशिक्षण संदर्शिका से जुड़े मुद्दों पर जानकारी देकर उन्हें बेहतर संचालन कौशल संबंधी क्षमता को और मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वह किशोर किशोरियों को उनके शारीरिक मानसिक, सामाजिक एवं जीवन कौशल संबंधित जानकारी देकर उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर सकें। कार्यक्रम का दूरगामी लक्ष्य, विद्यालयों में एक ऐसा माहौल तैयार करना है जहां विद्यार्थियों एवं आरोग्य दूतों के बीच स्वस्थ संबंध बनाया जा सके। साथ ही साथ विद्यार्थी अपने जीवन से जुड़े सभी प्रकार की समस्याओं को अपने आरोग्य दूतों के साथ निर्भीक होकर साझा कर सकें।प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में डाइट प्राचार्य बादल राज ने बताया कि यह कार्यक्रम आयुष्मान भारत के पहल के तहत भारत सरकार एवं राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है और प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को विद्यालय आरोग्य दूतों के रूप में तैयार करना ताकि वे अपने जीवन शैली में जीवन कौशल संबंधी जानकारी कैसे विभिन्न गतिविधियों के सहारे विद्यार्थियों को सहज तरीके से दे सके इस कौशल का विकास करना है ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास में मदद कर सकें। कार्यक्रम का लक्ष्य विद्यालय प्रणाली को बच्चों की जरूरतों एवं सरोकारों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाना है जो शिक्षण प्रशिक्षण एवं वर्ग आधारित गतिविधियों पर आधारित हो।
