ठेठईटांगर: प्रखंड के मेरोमडेगा ग्राम में सोमवार को झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जनसंगठन के द्वारा बैठक का आयोजन किया गया।इस पर मुख्य रूप से खुशीराम कुमार एवं अनूप लकड़ा उपस्थित थे।सर्व प्रथम खुशीराम कुमार ने कोविड 19 को देखते हुए मास्क वितरण किया एवं सरकार की गाईडलाइन की अनुपालन करते हुए बढ़ चढ़ कर वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित किया एवं कल्याण विभाग झारखंड सरकार द्वारा प्रकाशित वनाधिकार कानून 2006 एवं अनुसूचित जनजाति एवं अन्य वन परंपरागत अधिनियम निवासी 2006 की एक सेट पुस्तिका निशुल्क ग्राम सभा अध्यक्ष को दिया। बैठक में लोगों को वनाधिकार कानून 2006 एवं 2008 और संशोधित नियम 2012 के तहत जानकारी देते हुए खुशीराम कुमार ने कहा कि जंगल से हमारा रिश्ता हमारे पूर्वजों काल से रहा है।जंगल हमारी जीविका के साथ साथ हमारी संस्कृति भी है।हमारे पूर्वज प्राकृतिक के पूजक थे।अभी भी हमारा नाम,गोत्र, गीत संगीत जंगलों के पेड़ पौधों एवं जंगली जीव जंतुओं से जुड़ा हुआ है।पूरा सृष्टि जंगलों पर टिका हुआ है चूँकि पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने में जंगलों के पेड़ पौधे ही हैं।इसलिए हमें पेड़ों की कटाई को रोकना होगा और जैविक विविधता की नुकसान न हो इसका भी हमें खयाल रखना होगा।मौके पर रावेल लकड़ा ने ग्राम सभा के जो अधिकार है उसे आज भी हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को नहीं मिल पाना दुर्भाग्यपूर्ण है।जबकि यह क्षेत्र पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र है यहाँ पेसा कानून लागू है, वनाधिकार कानून 2006 के साथ साथ पंचायती राज कानून में भी ग्राम सभा को अधिकार दिया गया है लेकिन हमारे चुने हुए पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों को दरकिनार करते हुए कुछ चंद ठीकेदार एवं दलाल किस्म के लोगों को ही फायदे पहुँचाने का काम करते हैं।इसलिए अब हमें जागरूक होने की जरूरत है।इस बैठक की अध्यक्षता जीतू बड़ाईक ने किया और ग्राम सभा का पुनर्गठन किया गया।जिसमें अध्यक्ष अमृत केरकेट्टा सचिव बानेश्वर मांझी कोषाध्यक्ष सुसराय सोरेंग,वनाधिकार समिति में अध्यक्ष दिपक बिलूंग सचिव योतम केरकेट्टा कोषाध्यक्ष बिनीता केरकेट्टा,वनपालन समिति में संयोजक अतुल केरकेट्टा संयोजिका सरस्वती देवी कोषाध्यक्ष दयामनी कुल्लु सदस्य के रुप में पाकैर देवी, बहालेन कुल्लु, मार्था कुल्लू, पूनम देवी, एलियाजर कुल्लू, प्रदीप टोप्पो, अजय कुल्लू, हरिनंदन तुरी, दिनेश्वर मांझी, बिनोद कुल्लु, विजय तुरी, मनमईत देवी, मलिता देवी, संदीपा केरकेट्टा, शाहरु लोहरा, मंगल बड़ाईक, रातू लोहरा,कर्मदेव तुरी,कुंवर किड़ो,सुषमा देवी चुने गए।बैठक में काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
