सिमडेगा:-विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी छात्र संघ ने वीर शहीदों को याद किया और इस मौके पर नगर भवन में स्थित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा को पुष्प अर्पित करते हुए माल्यार्पण किया। मौके पर शहीदों की महान आदर्श की चर्चा की गई।वहीं मौके पर कहा कि पहले आदिवासियों का जब जब शोषण किया जाता था तब उसने खुल कर विरोध किया और अपने अधिकार को लिया और अब भी अपने अधिकार को लेने के लिए आंदोलन करना है। सिमडेगा जिले की बात करे तो सिमडेगा आदिवासी बहुल है लेकिन यहां भी समुचित विकास नहीं हो पाया है।यहां के विद्यार्थी पढ़ाई में भी पिछड़े होते जा रहे है अनेकों स्कूल कॉलेज में शिक्षक की कमी स्पष्ट झलकती है जिसके कारण विद्यार्थीयों को पढ़ाई में रूचि कम हो रही है और ड्रॉपआउट छात्र बढ़ रहे हैं। जिसके कारण पढ़ाई में भी पिछड़े हो रहे हैं जो बहुत चिंताजनक है और झारखंड सरकार की ओर से मिलने वाली छात्रवृत्ति सुविधा दुरस्त के छात्रों को समय से सूचना नहीं मिल पाता जिसके कारण वे नही भर पाते हैं।छात्रवृत्ति की पैसा भी विद्यार्थी को सही समय पर नहीं मिल पाता है।विद्यार्थी के लिए जाति और स्थानीय प्रमाण पत्र अति आवश्यक है लेकिन उसे भी बनने में 30 दिन तक का समय लग जाता है जो की बहुत चिंताजनक है।इसमें सुधार की अति आवश्यकता है। इन सब के लिए आदिवासी को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा तभी जाकर इसका समाधान होगा ऐसे नहीं करने पर आदिवासियों शोषित होते रहेंगे।इस शुभ अवसर पर आदिवासी छात्र संघ के उपाध्यक्ष अनमोल तिर्की, दिनेश मुंडा ,जोनसन खलखो, अलरिक लकड़ा,ख्रीस्त्तोफर बरला,आनन्द सोरेंग,अनुप रंजन टोप्पो,अनुप कुजूर,आदिवासी छात्र के कार्यकर्ता आदि कार्यक्रम में शामिल थे।
